अपने ही नागरिक क्षेत्रों पर बमबारी का मुख्य कारण पायलट की गलती : दक्षिण कोरियाई वायुसेना

सोल, 10 मार्च (आईएएनएस)। दक्षिण कोरियाई वायु सेना ने कहा कि देश के नागरिक क्षेत्रों पर बमबारी का मुख्य कारण पायलट की गलती थी। सोमवार को लड़ाकू विमान दुर्घटना की अंतरिम जांच के परिणाम जारी करते वायु सेना ने यह खुलासा किया।
गुरुवार को, दो केएफ-16 लड़ाकू विमानों ने लाइव-फायर अभ्यास के दौरान, सोल से लगभग 40 किलोमीटर उत्तर में पोचेन में एक प्रशिक्षण रेंज के बाहर नागरिक क्षेत्रों पर बमबारी की। दोनों विमानों ने आठ 500 पाउंड के एमके-82 बम गिराए गए। बमबारी में 19 नागरिकों सहित 31 लोग घायल हो गए।
अंतरिम निष्कर्षों को जारी करते हुए, वायु सेना ने कहा कि लक्ष्य के अक्षांश निर्देशांक गलत तरीके से दर्ज किए गए थे। यह तब हुआ जब पहले जेट के पायलट ने उन्हें दूसरे पायलट के लिए जोर से पढ़ा ताकि वह तैयारी के दौरान उन्हें कंप्यूटर सिस्टम में डाल सके।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि निर्देशांक गलत पढ़े गए थे या गलत सुने गए थे। लेकिन वायुसेना ने कहा कि गलती पकड़ने और आकस्मिक बमबारी को रोकने के लिए कम से कम तीन मौके थे।
बयान में कहा गया, “पहले विमान के पायलट को कार्य की पूरी प्रक्रिया के दौरान कम से कम तीन बार लक्ष्य की दोबारा जांच करनी चाहिए थी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
सशस्त्र सेवा के अनुसार, पायलट को संयुक्त मिशन प्लानिंग सिस्टम कंप्यूटर में निर्देशांक दर्ज करते समय लक्ष्य की पुष्टि करने और उड़ान से पहले विमान में डाटा ट्रांसफर कार्ट्रिज फिट करने के बाद विमान की जांच करने का दायित्व सौंपा गया था।
उड़ान भरने के बाद पायलट को लगा कि फ्लाइट रूट शुरुआती ट्रेनिंग की तुलना में थोड़ा अलग है, लेकिन उसने टारगेट टाइम को पूरा करने के लिए निर्देशांकों की पुष्टि किए बिना ही बमबारी जारी रखी।
दूसरे पायलट ने अलग से अपने जेट के लिए सही निर्देशांक दर्ज किए थे लेकिन फिर भी पहले जेट के नेतृत्व का अनुसरण करते हुए बमबारी जारी रखी, क्योंकि ट्रेनिंग को एक साथ हमला करने के अभ्यास के रूप में डिजाइन किया गया था।
वायुसेना ने दुर्घटना के लिए अपर्याप्त प्रबंधन और निरीक्षण प्रक्रियाओं को भी जिम्मेदार ठहराया और कहा कि पायलट को वरिष्ठों द्वारा विशिष्ट निर्देश नहीं दिए गए। हालांकि वायुसेना ने पाया कि विमान उड़ान गतिविधियों के प्रभारी मास्टर कंट्रोल एंड रिपोर्टिंग सेंटर और जमीन पर हवाई हमलों का निर्देश देने वाले संयुक्त टर्मिनल अटैक कंट्रोलर ने उचित प्रक्रियाओं का पालन किया।
निवारक उपायों के हिस्से के रूप में, वायुसेना ने लाइव-फायर अभ्यास में लक्ष्य निर्देशांक की पुष्टि करने के लिए प्रक्रियाओं को मजबूत करने और असामान्य स्थितियों के लिए अपनी समग्र रिपोर्टिंग प्रणाली को दुरुस्त करने की बात कही।
–आईएएनएस
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