फहमान खान के लिए परफेक्शन एक 'छलावा', बोले- असफलताओं से आगे बढ़ते हैं हम

नई दिल्ली, 1 मई (आईएएनएस)। फहमान खान का मानना है कि आज के समय में इंडस्ट्री में तेजी से बदलाव आ रहा है। ऐसे में हमें आत्म-चिंतन और मेंटल हेल्थ के महत्व पर ध्यान देना चाहिए। फहमान ने बताया कि परफेक्शन एक मिथ है। वास्तव में हम असफलताओं से ही जिंदगी में कुछ सीखते और आगे बढ़ते हैं।
टीवी इंडस्ट्री के अभिनेता फहमान खान ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिंदगी के लिए असफलताएं बेहद जरूरी हैं। फहमान का मानना है कि इससे हमें जिंदगी में कई सबक के साथ ही आत्म चिंतन का भी मौका मिलता है। वास्तव में परफेक्शन एक मिथ है।
फहमान ने बताया, “जिंदगी में गलती करना जरूरी है। जो गलती हुई उसके बारे में सोचें और आत्मचिंतन करें। इससे बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। परफेक्शन जैसा कुछ नहीं होता है। आपको सीखना है, आगे बढ़ना है तो आपको असफल होना ही पड़ेगा और यही चीज आपको मजबूत बनाएगी।”
यह पूछे जाने पर कि तेजी से विकसित हो रही इंडस्ट्री में प्रेशर को कैसे हैंडल करते हैं, फहमान ने बताया, “आप अपडेट, अपग्रेड रहते हैं, आप अपने स्किल और खुद को तराशने में काम करते हैं, तो निश्चित रूप से आप मजबूत बनते जाएंगे और इससे हमेशा कुछ न कुछ सीखने को मिलेगा। मैं इन्हीं चीजों को फॉलो करता हूं और प्रेशर से खुद को दूर रखता हूं।”
फहमान सोशल मीडिया फ्रेंडली नहीं हैं। इसकी तस्दीक भी उन्होंने की थी। आईएएनएस के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उनके हिसाब से सोशल मीडिया पर हर चीज अपडेट हो, यह जरूरी नहीं। यह पूछे जाने पर कि वह सोशल मीडिया पर अपनी पर्सनल लाइफ से जुड़ी चीजों को शेयर करना पसंद करते हैं? फहमान ने कहा, “ मैं सोशल मीडिया पर बिल्कुल भी निर्भर नहीं हूं। मैं ज्यादा एक्टिव नहीं होता। क्योंकि, मेरा मानना है कि हर चीज को सोशल मीडिया पर शेयर करना और दुनिया को यह बताने की जरूरत नहीं है कि आपकी जिंदगी में क्या और कैसा चल रहा है।“
फहमान ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत मॉडल के रूप में की थी। छोटे पर्दे पर उनका सफर साल 2015 में ‘ये वादा रहा’ में एक कैमियो के साथ शुरू हुआ और फिर साल 2016 में वह ‘कुंडली भाग्य’ में भी नजर आए थे। फहमान 2017 से ‘क्या कुसूर है अमला का’, ‘इश्क में मरजावां’ और ‘मेरे डैड की दुल्हन’ में देखे गए थे।
–आईएएनएस
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