धराली के लोग मेरे अपने, प्रभावितों को मिलेगी जरूरी मदद : सीएम धामी

देहरादून, 10 अगस्त (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी सहित संबंधित विभागों के सचिवों को धराली आपदाग्रस्त क्षेत्र में क्षतिग्रस्त हुई निजी और सार्वजनिक संपत्ति के आकलन को सात दिन की टाइमलाइन में तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
इस संबंध में आठ संबंधित विभागों द्वारा प्रारंभिक रिपोर्ट दे दी गई है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को यह आकलन तैयार होते ही भारत सरकार को भेजने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएम ने धराली सहित राज्य के सभी आपदाग्रस्त क्षेत्रों के लिए सरकार की ओर से दिए जा रहे तात्कालिक सहायता वितरण कार्य जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट किया कि यह सहायता राशि तात्कालिक रूप से प्रभावितों को प्रदान की जा रही है। इस संबंध में किसी भी प्रकार की नकारात्मकता न फैलाई जाए। उन्होंने कहा कि धराली आपदा में ध्वस्त हुए कल्प केदार देवता के मंदिर का निर्माण भी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि धराली के लोग हमारे अपने हैं, उनको हर मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने राहत-बचाव कार्यों में लगी सरकारी मशीनरी का उत्साहवर्धन करने की अपील की। उन्होंने इसमें जन सहयोग की भी अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सभी को भ्रामक एवं नकारात्मक प्रचार से बचना चाहिए।
सीएम धामी रविवार को आपदा कंट्रोल रूम, आईटीपार्क, सहस्त्रधारा रोड, देहरादून में आपदाग्रस्त क्षेत्रों में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की समीक्षा कर रहे थे।
धामी ने धराली और हर्षिल आपदाग्रस्त क्षेत्र में हर्षिल तक सड़क मार्ग को युद्धस्तर पर कार्य करते हुए मंगलवार तक सुचारु करने के निर्देश दिए। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग सहित संबंधित एजेंसियों ने जानकारी दी है कि रविवार शाम तक लिमचीगाड़ ब्रिज संचालित होते ही हर्षिल तक रोड कनेक्टिविटी दो दिन के भीतर आरंभ कर दी जाएगी। सड़क के जल्द से जल्द निर्माण के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को धराली आपदा में 108 बेघर हुए परिवारों से निरंतर संपर्क और संवाद रखते हुए तात्कालिक रूप से उनके रहने, भोजन, दवाइयों और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए बेहतरीन व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि धराली आपदाग्रस्त क्षेत्र के चैनेलाइजेशन के लिए सोमवार की सुबह ही आईआईटी रुड़की, सीएसआरई और अन्य विशेषज्ञ एजेंसियों के जियोलॉजिस्ट की एक टीम तत्काल रवाना की जाए।
रविवार की बैठक में मुख्यमंत्री धामी ने वर्चुअल माध्यम से ग्राम प्रधान सहित धराली के आपदा प्रभावितों से बात की। धराली ग्राम प्रधान और अन्य ग्रामीणों ने सीएम धामी के स्वयं तीन दिन तक धराली में उनके साथ बने रहने, उनका हौसला बनाए रखने, आपदा आकलन के लिए तत्काल त्रिस्तरीय समिति बनाने, मुआवजा वितरण की प्रक्रिया तुरंत आरंभ करने एवं प्रशासन द्वारा प्रभावी राहत एवं बचाव कार्यों के लिए आभार व्यक्त किया।
धराली व पौड़ी आपदा के राहत एवं बचाव कार्यों में निरंतर लगे सभी सरकारी अधिकारियों एवं कार्मिकों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि रक्षाबंधन पर्व के दौरान भी अपने घरों से दूर रहते हुए धराली एवं अन्य आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में निरंतर पूरे मनोयोग से कार्य करते हुए सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, विभिन्न एजेंसियों एवं सेना के जवानों ने जो हिम्मत दिखाई है, वह अत्यंत प्रशंसनीय है।
मुख्यमंत्री धामी ने जिलाधिकारी पौड़ी से भी आपदा और राहत बचाव कार्यों की जानकारी प्राप्त की। डीएम पौड़ी स्वाति भदौरिया ने बताया कि पौड़ी के 338 गांव आपदा प्रभावित हैं। आपदा प्रभावित सैंजी गांव के क्षतिग्रस्त घरों का आकलन कर दिया गया है। अभी तक प्रभावितों को 50.86 लाख रुपए का मुआवजा वितरण कर दिया गया है। जनपद में राहत कार्य मिशन मोड पर संचालित किए जा रहे हैं।
बैठक में मुख्य सचिव आनंद वर्धन, डीजीपी दीपम सेठ, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु सहित सभी संबंधित विभागों के सचिव, अपर सचिव, वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी उत्तरकाशी तथा पौड़ी, धराली के ग्राम प्रधान तथा अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।
–आईएएनएस
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