कांग्रेस के ‘बारात के घोड़े’ सिंधिया के साथ भाजपा में गए : पटवारी


भोपाल, 6 जून (आईएएनएस)। राहुल गांधी के ‘कांग्रेस के तीन तरह के घोड़े’ वाले बयान पर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि बारात के घोड़े कांग्रेस से भाजपा में चले गए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने बारात के घोड़े उन नेताओं के लिए कहा जो हमेशा सत्ता की सवारी करना चाहते हैं। ऐसे लोग ही सिंधिया के साथ भाजपा में चले गए और उन्होंने लंगड़े घोड़े वैसे लोगों को कहा जिन्हें कांग्रेस ने सब कुछ दिया, लेकिन संघर्ष के समय पार्टी को छोड़ गए।

दरअसल, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ तत्कालीन 22 विधायकों ने कांग्रेस छोड़ी थी और उसी के चलते कमलनाथ की सरकार गिर गई थी। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पटवारी ने व्यापमं घोटाले को लेकर हमला बोला और कहा कि इस घोटाले में सिर्फ घोटाला ही नहीं हुआ, बल्कि न्याय की हत्या हुई। 50 से अधिक मौतें हुईं, जिनमें छात्र, पत्रकार और घोटाले से जुड़े अधिकारी तक शामिल थे। आज भी एक भी आरोपी को सजा नहीं मिली। सब बरी हो गए। ये किस तरह का न्याय है? क्या यही रामराज्य है, जिसकी बात भाजपा करती है?

उन्होंने हाल ही में उजागर हुए पुलिस कांस्टेबल भर्ती घोटाले का जिक्र करते हुए कहा, एमपीपीएससी अब भ्रष्टाचार भर्ती विभाग बन गया है। कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग के माध्यम से फर्जी उम्मीदवारों को बैठाया गया। अब तक 16 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई होती नहीं दिख रही।

इससे पहले पटवारी भर्ती, प्राथमिक शिक्षक भर्ती और कई अन्य परीक्षाओं में भी यही पैटर्न रहा है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के युवतियों के पहनावे पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पटवारी ने कहा कि भाजपा के नेताओं की सोच महिलाओं के कपड़ों से शुरू होकर, वहीं खत्म हो जाती है। चाहे कैलाश विजयवर्गीय हों या नरोत्तम मिश्रा, इनकी टिप्पणियां महिलाओं की गरिमा के विरुद्ध हैं। उन्होंने पूछा कि क्या यही बेटी बचाओ अभियान है? क्या यही नारी सम्मान है?

पटवारी ने कार्यकर्ताओं से संघर्ष के लिए तैयार रहने पर जोर दिया और कहा कि यह वक्त चुप बैठने का नहीं है। हम सरकार, न्यायपालिका और समाज से सवाल पूछेंगे। जब देश की बेटियां असुरक्षित हैं, जब युवाओं का भविष्य अंधकारमय है, जब भर्ती प्रणाली माफियाओं के कब्जे में है, तब विपक्ष की जिम्मेदारी है कि वह आवाज उठाए और जनता को न्याय दिलाए।

–आईएएनएस

एसएनपी/डीएससी


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