नियंत्रण रेखा पर बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज 'धड़ाम', निवेशकों में भगदड़


कराची, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत के साथ बढ़ते तनाव और युद्ध की आशंकाओं के बीच बुधवार को पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (पीएसएक्स) में भारी गिरावट आई। बेंचमार्क केएसई-100 सूचकांक में दिन के कारोबार के दौरान 2.2 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।

बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों के बीच कमजोर बाजार संकेतों और आर्थिक चिंताओं के प्रति निवेशकों की आक्रामक प्रतिक्रिया के कारण पीएसएक्स में इंट्रा-डे ट्रेडिंग के दौरान कम से कम 2529.39 अंकों की गिरावट आई।

केएसई-100 सूचकांक 111,699.59 पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले दिन के 114,872.18 के बंद स्तर से बड़ी गिरावट थी, जबकि पीएसएक्स पूरे कारोबारी दिन के दौरान निरंतर बिकवाली दबाव के साथ कम से कम 806.06 अंक नीचे रहा।

इस्माइल इकबाल सिक्योरिटीज के सीईओ अहफाज मुस्तफा ने कहा, “व्यापारियों ने मौजूदा राजनीतिक और राजकोषीय अनिश्चितता के बीच सतर्क रुख अपनाया है।” उन्होंने कहा, “बाजार मंत्रियों के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहा है कि अगले 24 से 36 घंटों में भारत की ओर से गंभीर कदम उठाए जा सकते हैं। इसके कारण लोग सुरक्षा की तलाश में भाग रहे हैं।”

बाजार में नकारात्मक धारणा पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार के मध्यरात्रि के बाद दिए गए टेलीविजन बयान से पैदा हुई। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद के पास पहलगाम हमले के जवाब में सैन्य हमले करने की नई दिल्ली की योजना के बारे में विश्वसनीय खुफिया जानकारी है।

मौजूदा तनाव ने वैश्विक शक्तियों को भी हस्तक्षेप करने और दोनों देशों के साथ बहु-स्तरीय संपर्क स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। सभी ने दोनों परमाणु-शक्ति संपन्न पड़ोसियों से बातचीत के माध्यम से मुद्दों को हल करने का आग्रह किया।

पाकिस्तान ने पहलगाम घटना की किसी तीसरे पक्ष द्वारा तटस्थ और विश्वसनीय जांच में भाग लेने की पेशकश की है।

आतंकियों ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल – पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में लोगों (ज्यादातर पर्यटक) पर अंधाधुंध गोलियां चला दी थीं। हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।

पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। नई दिल्ली ने इस्लामबाद के खिलाफ कई सख्त कूटनीतिक और रणनीतिक कदम उठाए हैं। इनमें 1960 के सिंधु जल समझौते को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने, अटारी इंटिग्रेटेड चेक पोस्ट को बंद करने, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने, जैसे कई कदम उठाए हैं।

भारत के इन फैसलों के बाद पाकिस्तान ने शिमला समझौते को स्थगित करने और भारतीय उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने जैसे कुछ कदम उठाए हैं।

–आईएएनएस

एमके/


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