कंटेनर लगाकार हमारे शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को नहीं रोक पाएगी पाक सरकार : बीएनपी


क्वेटा, 29 मार्च (आईएएनएस)। पाकिस्तान की बलूचिस्तान नेशनल पार्टी (बीएनपी) ने बलूच यकजेहती समिति (बीवाईसी) के नेताओं और कार्यकर्ताओं की अवैध हिरासत के खिलाफ वाध से क्वेटा तक शांतिपूर्ण मार्च की शुरुआत करते हुए शनिवार को पाक सरकार की कड़ी आलोचना की।

बीएनपी ने आरोप लगाया कि संघीय सरकार ने इस शांतिपूर्ण विरोध को रोकने के लिए कंटेनर लगाए और प्रमुख प्रवेश बिंदुओं को अवरुद्ध किया।

महरंग बलूच और सम्मी दीन बलूच सहित कई बीवाईसी नेताओं को पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया।

इस पर बीएनपी नेता अख्तर मेंगल ने कहा, “सड़क अवरोध करना और जबरदस्ती बलूच लोगों को उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने से नहीं रोक सकते।”

स्थानीय मीडिया के अनुसार, बीएनपी नेता अख्तर मेंगल ने कहा कि सड़कें अवरुद्ध करना बलूच लोगों को उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने से नहीं रोक सकता।

इस बीच, प्रांतीय प्रशासन ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए बलूचिस्तान में सभी राजनीतिक और सामाजिक समारोहों पर प्रतिबंध लगाने के लिए धारा 144 लागू कर दी।

इसके अलावा, पाकिस्तान के अधिकारियों ने बलूचिस्तान में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी हैं और क्वेटा सहित कई अन्य जिलों में मोबाइल सिग्नल बाधित कर दिए हैं, जिससे संचार पर असर पड़ा है।

कई प्रतिबंधों के बावजूद, प्रदर्शनकारी अपने मिशन में पूरी तरह से दृढ़ हैं। जब वाध से क्वेटा तक लंबे मार्च की शुरुआत हुई, तो पार्टी नेता मेंगल ने सोशल मीडिया पर एक संदेश पोस्ट किया, जिसमें पाकिस्तानी अधिकारियों की आलोचना की गई और कहा गया कि शांतिपूर्ण मार्च कोगोलीबारी करके बाधित करने के उनके प्रयास बेहद अपमानजनक हैं।

मेंगल ने लिखा, “हम इस समय लकपास में हैं, जहां सभी प्रवेश द्वार कंटेनरों से बंद कर दिए गए हैं। क्वेटा से मार्च में भाग लेने वालों को गिरफ़्तार कर लिया गया है और उन पर भारी गोलाबारी की जा रही है। मेरे वरिष्ठ नेतृत्व पर भी सीधे गोलाबारी की जा रही है। हम मजबूत हैं, हम अपने उद्देश्य के प्रति दृढ़ हैं और सबसे बढ़कर, हम शांतिपूर्ण हैं। कोई भी बल, कोई भी दबाव, हमारे मनोबल को हिला नहीं सकता, न ही हमें हमारे मार्ग से विचलित कर सकता है।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारे शांतिपूर्ण मार्च को बाधित करने के एक चौंकाने वाले और शर्मनाक प्रयास में, पीर उमर, खुज़दार के पास सड़क पर कीलें फेंकी गई हैं। यह कृत्य न केवल शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के जीवन को खतरे में डालता है, बल्कि हमारे आंदोलन को चुप कराने की कोशिश करने वालों की हताशा और कायरता को भी दर्शाता है।”

मेंगल ने अपने संदेश में यह भी कहा, “कभी-कभी, लिए जा रहे निर्णय इतने बेतुके होते हैं कि कोई केवल हंस सकता है। चाहे कितनी भी बाधाएं क्यों न हों, हमारा संकल्प अडिग है। हम गरिमा और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ेंगे।”

बीवाईसी ने हाल ही में “राज्य की क्रूरता और जबरन गायब किए जाने” के खिलाफ सड़कों पर उतरकर गिरफ्तार बलूच नेताओं की रिहाई की मांग की थी। लेकिन पुलिस की कार्रवाई में बीवाईसी के नेता सम्मी दीन बलूच सहित कई व्यक्तियों को धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में लिया गया।

इसके बाद धारा 144 के उल्लंघन से संबंधित एक मामले में कराची अदालत के एक न्यायिक मजिस्ट्रेट ने चार अन्य कार्यकर्ताओं के साथ सम्मी दीन बलूच को रिहा करने का आदेश दिया। लेकिन इसके तुरंत बाद सिंध सरकार ने सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने (एमपीओ) के तहत सम्मी दीन बलूच और चार अन्य को 30 दिनों के लिए हिरासत में ले लिया।

क्वेटा पुलिस ने अब तक महरंग बलूच सहित 500 से अधिक बीवाईसी नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ चार अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में आतंकवाद सहित सात मामले दर्ज किए हैं।

महरंग बलूच ने जबरन गायब किए गए लोगों के रिश्तेदारों की अवैध गिरफ्तारी और अवैध पुलिस रिमांड के खिलाफ धरना प्रदर्शन का नेतृत्व किया था।

–आईएएनएस

पीएसएम/एमके


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