पटना, 13 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को विपक्ष के महाकुंभ पर दिए बयान को लेकर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष को कोई काम है ही नहीं, कुछ तो कहेंगे।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत आस्था का देश है। 12 साल के बाद महाकुंभ का आयोजन हुआ है। इसको हम सर्वधर्म समभाव कह सकते हैं, इसमें सभी जाति-धर्म के लोग आते हैं।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “ऐसी जगहों में उन लोगों को भी नहाना चाहिए, जिन्होंने कुछ गड़बड़ किया है, ताकि उनके पाप धुल जाएं। ऐसी स्थिति में उनको राजनीति नहीं करना चाहिए। सबको इसमें आना चाहिए। इसका आर्थिक महत्व भी है। यहां दो लाख करोड़ से अधिक आर्थिक लेनदेन होगा। यह भारत के लिए और उत्तर प्रदेश के लिए बड़ी चीज है। इसमें राजनीति करना उचित नहीं है।”
विपक्ष के मकर संक्रांति के बाद बिहार में खेला होने वाले बयान पर उन्होंने कहा कि वे लोग इसी आशा पर जिंदा हैं बेचारे, वास्तविकता तो कुछ है ही नहीं। जो दावे किए जा रहे हैं, उससे भ्रम फैलाया जा रहा है। यहां पर किसी प्रकार की ऐसी बात नहीं है, इसे नीतीश कुमार ने भी स्पष्ट कर दिया है।
केजरीवाल के बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों को फर्जी मतदाता बताने वाले बयान पर मांझी ने कहा कि जो बाहर के लोग आए हैं, उन्होंने वोटर लिस्ट में अपना नाम लिखवाया है। जिनका नाम लिखा है या नहीं लिखा है, यह जांच कर रखा जाए या हटाया जाए। इसमें राजनीति करने की क्या जरूरत है?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में ‘हम’ पार्टी के मैदान में उतरने पर उन्होंने कहा कि हम लोग कोशिश कर रहे हैं। हमारे लोग वहां लगे हुए हैं। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के कार्यकर्ता एनडीए के लिए काम करेंगे, उनको उत्साहित करने के लिए सीट मिलनी चाहिए।
–आईएएनएस
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