ईरानी हमले के बावजूद इजरायल के 'हाइफा' पोर्ट पर संचालन सामान्य


नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। इजरायल के हाइफा पोर्ट के पास स्थित एक तेल रिफाइनरी पर ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले में बंदरगाह को कोई नुकसान नहीं हुआ है और कार्गो परिचालन निर्बाध रूप से जारी है। मीडिया रिपोर्टों में यह जानकारी दी गई है।

रिपोर्ट में पुष्टि की गई है कि हाइफा तेल रिफाइनरी और आस-पास के इलाकों को निशाना बनाकर किए गए हमलों के बावजूद, पोर्ट सामान्य रूप से काम कर रहा है, और कार्गो संचालन बिना किसी बाधा के जारी है। पोर्ट पर अब आठ जहाज हैं और कार्गो संचालन सामान्य है।

ईरान ने शनिवार की देर रात तेल अवीव द्वारा ईरानी परमाणु संयंत्रों, मिसाइल कारखानों और सैन्य कमांड केंद्रों पर किए गए हमले के जवाब में इजरायल के हाइफा पोर्ट और पास की एक तेल रिफाइनरी को निशाना बनाया। हवाई हमलों में शीर्ष सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए।

पोर्ट पर रासायनिक टर्मिनल में छर्रे गिरे और कुछ अन्य मिसाइल तेल रिफाइनरी पर गिरे, लेकिन पोर्ट की सुविधाओं को कोई नुकसान नहीं हुआ। बताया जाता है कि रिफाइनरी पोर्ट से कुछ दूरी पर है।

हाइफा पोर्ट उत्तरी इजरायल में स्थित एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय पोर्ट है, जो दक्षिण की तुलना में अपेक्षाकृत कम अस्थिर क्षेत्र है। यह देश के आयात और निर्यात दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण पोर्ट है।

ईरान द्वारा लगातार दूसरी रात इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद तनाव में वृद्धि हुई है। ईरानी सरकारी मीडिया ने दावा किया है कि हाइफा तेल रिफाइनरी पर सीधा हमला हुआ है, जिससे उत्तरी पोर्ट शहर के पास भीषण आग लग गई। रिफाइनरी हमले की आधिकारिक इजरायली पुष्टि अब भी लंबित है।

कथित तौर पर मिसाइल हमला हाइफा के पास तमरा में एक आवासीय इमारत पर हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और कम से कम 14 अन्य घायल हो गए।

इजरायल और ईरान ने रविवार रात को एक-दूसरे पर फिर से हमले किए, जिसमें कई लोग मारे गए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि संघर्ष को आसानी से समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने तेहरान को किसी भी अमेरिकी लक्ष्य पर हमला न करने की चेतावनी भी दी।

अधिकारियों ने कहा कि इजरायली बचाव दल ने हमलों में नष्ट हुए आवासीय भवनों के मलबे को खंगाला, बच्चों सहित कम से कम 10 लोगों की मौत के बाद जीवित बचे लोगों की तलाश के लिए टॉर्च और खोजी कुत्तों का इस्तेमाल किया।

ईरान ने कहा है कि शुक्रवार से इजरायल के हमले में कम से कम 138 लोग मारे गए हैं। इजरायली सेना ने हथियार संयंत्रों के पास रहने वाले ईरानियों को वहां से निकलने की चेतावनी दी।

वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ईरान में हुए हमलों में वाशिंगटन का कोई हाथ नहीं है। हालांकि, तेहरान ने इजरायली हमले में अमेरिका का हाथ होने का आरोप लगाया है और रविवार को ओमान में होने वाली परमाणु वार्ता रद्द कर दी है।

ट्रंप ने तेहरान को अमेरिकी संयंत्रों या हितों पर किसी भी जवाबी हमले के खिलाफ चेतावनी दी है।

ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, “अगर ईरान द्वारा हम पर किसी भी तरह से हमला किया जाता है, तो अमेरिकी सशस्त्र बल पूरी ताकत के साथ प्रतिकार करेंगे, जो पहले कभी नहीं देखी गई। हालांकि, ईरान और इजरायल के बीच आसानी से एक समझौता हो सकता है और हम इस खूनी संघर्ष को समाप्त कर सकते हैं।”

–आईएएनएस

एससीएच/एकेजे


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