नई दिल्ली, 22 मई (आईएएनएस)। कार्यालय और को-वर्किंग के लिए जगह मुहैया कराने वाली कंपनी औफिस स्पेस सॉल्यूशंस का आईपीओ बुधवार को आम निवेशकों के लिए खुल गया। आईपीओ में खुदरा निवेशक सोमवार 27 मई तक बोली लगा सकते हैं।
औफिस स्पेस सॉल्यूशंस के पब्लिक इश्यू का साइज 598.93 करोड़ रुपये है और इसमें से 128 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 470 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) है।
आईपीओ का प्राइस बैंड 364 रुपये से 383 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया है। इसका लॉट साइज 39 शेयरों का है। एक निवेशक को आईपीओ में भाग लेने के लिए कम से कम एक लॉट की बोली लगानी होगी।
आईपीओ खुलने से पहले कंपनी ने 21 मई तक एंकर निवेशकों से 268.62 करोड़ रुपये जुटाए हैं। एंकर निवेशकों में गोल्डमैन सैश, एलियांज ग्लोबल इन्वेस्टर्स फंड, एचएसबीसी ग्लोबल इन्वेस्टर्स फंड, वोलराडो वेंचर पार्टनर्स फंड, नैटिक्सिस इंटरनेशनल फंड्स, अशोक व्हाइटओक और अन्य शामिल हैं।
औफिस स्पेस सॉल्यूशंस ने 31 दिसंबर 2023 (अप्रैल से दिसंबर) तक 18.94 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया है, जबकि इस दौरान कंपनी की आय 633.69 करोड़ रुपये रही है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 46.64 करोड़ का नुकसान हुआ था और इस दौरान कंपनी की आय 565 करोड़ रुपये थी।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट ने एक रिपोर्ट में कहा है कि औफिस स्पेस सॉल्यूशंस, भारत में एक लीडिंग वर्कस्पेस कंपनी है। कंपनी के प्रमुख आंकड़ों में भी वृद्धि दिख रही है लेकिन मुनाफा कमाना कंपनी के लिए बड़ी चुनौती है। कंपनी का कैश फ्लो नकारात्मक बना हुआ है। वर्किंग स्पेस एक उच्च प्रतिस्पर्धा वाला क्षेत्र है और अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव का इस पर सीधा असर होता है।
“हम इस आईपीओ को लेकर न्यूट्रल रुख रखते हैं। निवेशक कंपनी की वित्तीय स्थिति देखकर अपने विवेक पर ही कोई फैसला लें।”
–आईएएनएस
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