ओडिशा पुलिस ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश से आठ साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया

ओडिशा पुलिस ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश से आठ साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया

भुवनेश्वर, 24 नवंबर (आईएएनएस)। ओडिशा क्राइम ब्रांच की साइबर अपराध इकाई ने बीमा पॉलिसियों को अपग्रेड करने और ऋण देने के बहाने भोले-भाले पीड़ितों से उनकी मेहनत की कमाई ठगने के आरोप में उत्तर प्रदेश और दिल्ली से दो महिलाओं सहित आठ साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। आईजीपी (अपराध शाखा) शेफ़ीन अहमद के. ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी।

अपराध शाखा की अलग-अलग टीमों ने भुवनेश्वर के दिलीप कुमार जालान नामक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर दर्ज मामले के सिलसिले में दिल्ली के विभिन्न स्थानों और उत्तर प्रदेश के फतेहपुर और मऊ जिलों से आरोपी व्यक्तियों को पकड़ा।

जालान ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि साइबर जालसाजों ने इस साल जुलाई में बीमा पॉलिसी अपग्रेड करने की पेशकश करके उनसे 76.15 लाख रुपये से अधिक की ठगी की थी।

अहमद ने कहा, “शिकायतकर्ता की पत्नी के पास 20 लाख रुपये की परिपक्वता राशि वाली एचडीएफसी जीवन बीमा पॉलिसी थी। जुलाई की शुरुआत में अज्ञात व्यक्तियों ने पॉलिसी अपग्रेड कराने के लिए अलग-अलग मोबाइल नंबरों से उनसे संपर्क किया। ऐसा ही एक प्रस्ताव मौजूदा 20 लाख रुपये की पॉलिसी को 2.75 करोड़ रुपये तक अपग्रेड करने और शीघ्र रिलीज की सुविधा प्रदान करने के लिए था। कॉल करने वालों ने उन्हें चार अलग-अलग खातों में अलग-अलग रकम जमा करने के लिए मना लिया।”

जालान ने 5 जुलाई से 28 सितंबर के बीच किस्तों में चार अलग-अलग बैंक खातों में 76,15,955 रुपये जमा किए।

जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि मुख्य आरोपी, जिनकी पहचान रघु आनंद और भीम के रूप में हुई है, को बीमा और ऋण के क्षेत्र में काम करने का अनुभव था। एक अन्य आरोपी रूपाली गुप्ता भी वित्तीय क्षेत्र में काम करती थी।

आईजीपी ने कहा, “भीम विभिन्न स्रोतों से पॉलिसी धारकों या ऋण चाहने वालों के बारे में जानकारी एकत्र करता था। ये तीनों एक कॉल सेंटर की तरह काम करते थे और उन लोगों से संपर्क करते थे। अपने अनुभव का उपयोग करते हुए, उन्होंने शिकायतकर्ता को यह कहकर फुसलाया कि उसकी पत्नी की बीमा पॉलिसी को कुछ शुल्क देकर 2.75 करोड़ रुपये तक अपग्रेड किया जा सकता है।”

तीनों आरोपी ने बाद में राशि को आरोपी भानु प्रताप यादव के बैंक खाते में स्थानांतरित कर दिया। इसके बाद, रघु और भीम ने विभिन्न एटीएम से पैसे निकाले।

क्राइम ब्रांच ने दो बुजुर्ग व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया है, जिनके खातों में रकम जमा कराई गई थी।

आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

–आईएएनएस

एकेजे

E-Magazine