2047 तक विकसित भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाएगा ओडिशा : उपमुख्यमंत्री के.वी. सिंह देव

संबलपुर, 16 मई (आईएएनएस)। ओडिशा के संबंलपुर में ‘विकसित भारत’ पहल के तहत ‘विकसित ओडिशा’ को लेकर शुक्रवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य ‘ओडिशा विजन 2036 और 2047’ के लिए रणनीतिक सुझावों को इकट्ठा करना है, ताकि आने वाले दशकों में राज्य का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके।
कार्यशाला में ओडिशा की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर 2036 तक राज्य को विकसित बनाने पर विचार-विमर्श किया गया। सभी हितधारकों से रणनीतियों और परियोजनाओं के सुझाव मांगे गए, जो ओडिशा को एक समृद्ध और प्रगतिशील राज्य बनाने में सहायक हो सकते हैं।
कार्यशाला में इस बात पर भी जोर दिया गया कि देश की स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ यानी 2047 तक ओडिशा, राष्ट्र के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव ने कहा, “2036 में ओडिशा के 100 वर्ष और 2047 में देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हम एक ऐसे विकसित ओडिशा की कल्पना करते हैं, जो विकसित भारत में अहम भूमिका निभाए। यह कार्यशाला स्थानीय नेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों और उद्योग से जुड़े लोगों से बहुमूल्य सुझाव प्राप्त करने में मदद करती है, जिससे इस लक्ष्य को साकार किया जा सके।”
उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव, बलांगीर सांसद संगीता कुमारी सिंह देव, ओडिशा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर भवानी शंकर भोई, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, आरडीसी और अन्य गणमान्य अतिथि इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
कार्यशाला में पश्चिमी ओडिशा के विभिन्न जिलों के जिला कलेक्टर, जनप्रतिनिधि, उद्योग जगत के प्रतिनिधि और उद्यमी भी शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि विकसित भारत पहल के तहत देश भर में तरह-तरह के अभियान चल रहे हैं, ताकि देश तेज गति से आगे बढ़े और विश्व पटल पर एक विकसित राष्ट्र बनकर उभरे, जो सभी क्षेत्रों में परिपूर्ण हो।
–आईएएनएस
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