नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बेंगलुरू स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (IISc) के साथ लॉन्ग टर्म एग्रीमेंट साइन किया है। दोनों ब्लॉकचेन (blockchain) और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टेक्नोलॉजी पर मिलकर रिसर्च करेंगे। दोनों संस्थान मिलकर डीप टेक रिसर्च एंड डेवलपमेंट के लिए NPCI-IISc Centre of Excellence (CoE) की स्थापना करेंगे।
NPCI ने एक बयान जारी कर बताया कि इस पार्टरशिप के तहत दोनों का फोकस फिनटेक डेटा पर स्केलेबल ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म और मल्टी-मॉडल एनालिटिक्स पर रहेगा। इसमें IISc के 5 डिपार्टमेंट के फैकल्टी मेंबर NPCI रिसर्चर्स के साथ ब्लॉकचेन और एआई की व्यावहारिक चुनौतियों पर शोध करेंगे।
साइंस का प्रमुख इंस्टीट्यूट में से एक है IISc
आईआईएससी भारत में साइंस, इंजीनियरिंग, डिजाइन और मैनेजमेंट स्टडी का प्रमुख और पुराना इंस्टीट्यूट में से एक है। प्रतिष्ठित संस्थान के साथ एनपीसीआई की पार्टनरशिप का उद्देश्य स्केलेबिलिटी, प्राइवेसी प्रीसर्विंग डिजाइन, न्यूरल नेटवर्क, ग्राफ एआई, लार्ज लैंग्वेज भाषा मॉडल (एलएलएम), और दूरे क्षेत्रों में कॉम्पलेक्स टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग प्रॉब्लम को हल करना है।
NPCI क्या है?
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) भारत में रिटेल पेमेंट और सेटेल्मेंट सिस्टम को ऑपरेट करता है। इसकी स्थापना रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA) के साथ मिलकर की गई है। एनपीसीआई की स्थापना 2008 में हुई।
एनपीसीआई के 10 कोर प्रमोटर बैंक – स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बढ़ौदा, कनेरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, सिटी बैंक, एचएसबीसी और आईसीआईसीआई बैंक हैं।