उत्तर कोरिया का क्रूज मिसाइल परीक्षण, ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद प्योंगयांग का बड़ा कदम

उत्तर कोरिया का क्रूज मिसाइल परीक्षण, ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद प्योंगयांग का बड़ा कदम

सोल, 26 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर कोरिया ने समुद्र से सतह पर मार करने वाली रणनीतिक क्रूज गाइडेड मिसाइलों का परीक्षण किया। देश की सरकारी मीडिया ने रविवार को यह जानकारी दी। मिसाइल लॉन्च की निगरानी खुद किम जोंग-उन ने की।

पिछले सप्ताह डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर पदभार संभालने के बाद यह पहला मिसाइल लॉन्च है। ट्रंप ने किम जोंग उन ने से मिलने की इच्छा जताई है और उत्तर कोरिया को ‘परमाणु शक्ति’ बताया।

उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रशासन ने ‘संभावित दुश्मनों के खिलाफ राष्ट्रीय रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने की योजना के हिस्से के रूप में’ परीक्षण किया। योनहाप समाचार एजेंसी ने कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के हवाले से यह जानकारी दी।

रिपोर्ट के मुताबिक मिसाइलों ने लक्ष्यों को सटीक रूप से भेद दिया और इस लॉन्च से पड़ोसी देशों की सुरक्षा पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा।

किम ने यह कहा कि “डीपीआरके भविष्य में और अधिक शक्तिशाली सैन्य शक्ति के आधार पर शांति और स्थिरता की रक्षा के लिए अपने महत्वपूर्ण मिशन और कर्तव्य को पूरा करने के लिए जिम्मेदार कोशिश जारी रखेगा।”

डीपीआरके उत्तर कोरिया का आधिकारिक नाम है जिसका मतलाब है – डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया है।

दक्षिण कोरिया की सेना ने उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल दागे जाने की पुष्टि की। इसने बताया कि शनिवार को लगभग 4 बजे उत्तर कोरिया के एक अंतर्देशीय क्षेत्र से पीले सागर की ओर कई क्रूज मिसाइलों के लॉन्च का पता चला।

संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने मीडिया को भेजे एक संदेश में कहा, “दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के खुफिया अधिकारियों द्वारा विस्तृत विनिर्देशों का बारीकी से विश्लेषण किया जा रहा है।”

केसीएनए की ओर से जारी चित्रों के आधार पर, ऐसा लगता है कि मिसाइलों को शीत प्रक्षेपण विधि (कॉल्ड लॉन्च तरीका) का इस्तेमाल करके दागा गया है। यह विधि आमतौर पर पनडुब्बी और जहाज-बेस्ड वर्टिकल लॉन्चिंग सिस्टमॉ से जुड़ा हुआ है।

–आईएएनएस

एमके/

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