नोएडा 'गार्बेज फ्री' 7-स्टार शहर बनने की राह पर, नियम नहीं मानने पर लगेगा जुर्माना

नोएडा, 13 जून (आईएएनएस)। स्वच्छता में नए कीर्तिमान स्थापित करने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने कमर कस ली है। शुक्रवार को प्राधिकरण ने सेक्टर-91 स्थित पंचशील बालक इंटर कॉलेज में होटल, रेस्टोरेंट, अस्पताल, स्कूल, मार्केट एसोसिएशन और आरडब्ल्यूए/एओए के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की।
यह सभी बल्क वेस्ट जनरेटर (बीडब्ल्यूजी) की श्रेणी में आते हैं। बैठक का उद्देश्य उन्हें स्वच्छता मानकों और उनकी जिम्मेदारियों से अवगत कराना था, ताकि इस वर्ष नोएडा शहर स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 में “गार्बेज फ्री सिटी” की 7-स्टार रैंकिंग प्राप्त कर सके। बैठक में जन स्वास्थ्य महाप्रबंधक एसपी सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जिन संस्थानों या प्रतिष्ठानों से प्रतिदिन 100 किलो या उससे अधिक कचरा उत्पन्न होता है, उन्हें अपने परिसर में कम्पोस्ट प्रोसेसिंग यूनिट लगाना अनिवार्य होगा। यह निर्देश विशेष रूप से होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल, अस्पताल, मार्केट और आवासीय सोसाइटी पर लागू होता है।
प्राधिकरण ने सभी बल्क वेस्ट जनरेटर्स को आगामी 15 दिनों की समय सीमा दी है। यदि इस अवधि के भीतर कम्पोस्ट यूनिट स्थापित नहीं की गई, तो संबंधित संस्थानों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इतना ही नहीं, 15 दिन बाद से कचरा एकत्रित करने वाली प्राधिकरण की अनुबंधित एजेंसी मेसर्स एजी एनवायरो भी उनका कचरा उठाना बंद कर देगी। प्राधिकरण ने यह भी कहा कि यदि किसी क्षेत्र में निर्माण एवं ध्वस्तीकरण (सीएंडडी) वेस्ट दिखाई दे तो नागरिक उसकी सूचना हेल्पलाइन नंबर 18008919657 पर दे सकते हैं।
नोएडा ने स्वच्छता के क्षेत्र में बीते वर्षों में लगातार प्रगति की है। 2018 में रैंक 324 थी, जो 2019 में 150 पर पहुंची और नोएडा को उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। 2019 में नोएडा को गार्बेज फ्री सिटी कैटेगरी में 3 स्टार और ओडीएफ++ की मान्यता मिली।
वहीं, 2020 में 25वीं रैंक, 2021 में 4वीं रैंक और नोएडा को क्लीनस्ट मीडिया सिटी और 5 स्टार गार्बेज फ्री सिटी का दर्जा मिला। 2022 में 5वीं रैंक और बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबिलिटी अवॉर्ड 2023 में वाटर प्लस रैंकिंग प्राप्त करने वाला उत्तर प्रदेश का पहला शहर बना। अब नोएडा प्राधिकरण का लक्ष्य है कि वर्ष 2025 के स्वच्छ सर्वेक्षण में 7-स्टार गार्बेज फ्री सिटी के गौरव को हासिल किया जाए।
–आईएएनएस
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