सफाई में लापरवाही पर नोएडा प्राधिकरण सख्त, अभियंता का वेतन रोका; कंपनी पर 1 लाख जुर्माना


नोएडा, 9 जून (आईएएनएस)। नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसके) ने सोमवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में साफ-सफाई, नालों की स्थिति और सार्वजनिक स्थलों की निगरानी के लिए व्यापक स्थलीय निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में डी.एस.सी. मार्ग, उद्योग मार्ग, एम.पी.-1, एम.पी.-2, जोनल रोड नं. 6, सेक्टर-11, 56 और 62 जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल रहे।

निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक (जनस्वास्थ्य) एस.पी. सिंह, परियोजना अभियंता (जनस्वास्थ्य-1) गौरव बंसल, सहायक परियोजना अभियंता उमेश चन्द्र एवं अरुण कुमार भी उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान कई खामियां उजागर हुईं। सेक्टर-11 में मुख्य नालों की सफाई अधूरी पाई गई और कार्य की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं थी।

इस लापरवाही के चलते सहायक परियोजना अभियंता उमेश चन्द्र का वेतन रोकने और उनसे स्पष्टीकरण मांगे जाने के निर्देश दिए गए। उद्योग मार्ग और लिट्टी-चोखा रोड पर जगह-जगह कूड़े के ढेर, मिट्टी, ईंटें और फुटपाथों पर उगी घास पाई गई। सेक्टर-56 में साइकिल ट्रैक पर भी गंदगी का अंबार मिला। इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार मैकेनिकल स्वीपिंग एजेंसी मैसर्स लॉयन सर्विसेज लिमिटेड को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ 1 लाख का जुर्माना लगाने के आदेश दिए गए।

जोनल रोड नंबर 6 और सेक्टर-62 के मुख्य मार्गों पर भी साफ-सफाई की स्थिति खराब मिली। फोर्टिस हॉस्पिटल के सामने मामूरा टी-पॉइंट पर अत्यधिक गंदगी देखी गई। इसके लिए जिम्मेदार मैसर्स नॉर्थ इंडिया डेवेलपर्स को नोटिस जारी किया गया और 3 दिन के भीतर सफाई कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।

साथ ही सेक्टर-63 में बरसात के मौसम को देखते हुए नालों की सफाई का कार्य शीघ्र पूरा करने पर बल दिया गया। सुपर सकर मशीनों से कवर्ड नालों की सफाई की गुणवत्ता की भी समीक्षा की गई और निर्देशित किया गया कि कार्य शीघ्र एवं प्रभावी तरीके से पूर्ण किया जाए ताकि बारिश के दौरान जलभराव की समस्या से बचा जा सके। अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने स्पष्ट किया कि शहर में सफाई और जल निकासी व्यवस्था में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी अधिकारियों व एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

–आईएएनएस

पीकेटी/डीएससी


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