बेनीपुर गांव में प्रेमिका के घर आग से जल कर अस्पताल में जान गंवाने वाले शुभम सेठ के मामले में पांचवें दिन शुक्रवार को भी चोलापुर थाने की पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची। पुलिस का कहना है कि अब तक यही बात सामने आई है कि शुभम सेठ अपने शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेल कर हाथ में चाकू और लाइटर लेकर आया था।
मोबाइल के कॉल डिटेल रिकॉर्ड से भी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि शुभम को उसकी प्रेमिका या उसके परिजनों ने कॉल कर बेनीपुर स्थित घर बुलाया था। प्रकरण की जांच जारी है और सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जौनपुर के चंदवक थाना क्षेत्र के पतरही कोपा का रहने वाला शुभम सेठ (26) बीते एक जनवरी को बेनीपुर गांव में रहने वाली अपनी प्रेमिका रितिका के घर उससे मिलने आया था। देर शाम रितिका के घर में शुभम आग की लपटों से घिर गया। आनन-फानन रितिका के परिजनों ने आग बुझाई। अस्पताल में शुभम ने कहा कि रितिका और उसके पिता रामवतार यादव ने आग लगाकर उसे जिंदा जलाने का प्रयास किया था। उपचार के दौरान तीन जनवरी को शुभम की मौत हो गई। शुभम के परिजनों की तहरीर के आधार पर तीन जनवरी को चोलापुर थाने की पुलिस ने रितिका और उसके मां-बाप सहित सात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। शुभम के परिजनों ने चोलापुर थाने की पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 48 घंटे का समय दिया था।
इस संबंध में एसीपी सारनाथ धनंजय मिश्र ने कहा कि घटना की विस्तृत जांच कर तथ्य जुटाए जा रहे हैं। इस बात की तस्दीक की जा रही है कि आखिरकार शुभम आग की जद में कैसे आया था। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।