निवा बूपा को 3,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए सेबी से मिली मंजूरी

निवा बूपा को 3,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए सेबी से मिली मंजूरी

मुंबई, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)। निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस ने सोमवार को जानकारी दी कि कंपनी को आईपीओ के लिए बाजार नियामक से अंतिम मंजूरी मिल गई है।

कंपनी ने कहा कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने आईपीओ के जरिए 3,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए मंजूरी दी है।

प्राइवेट इक्विटी (पीई) फर्म ट्रू नॉर्थ के नेतृत्व वाली कंपनी (पूर्ववर्ती मैक्स बूपा) ने 29 जून को सेबी के पास अपने आईपीओ दस्तावेज दाखिल किए थे।

कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले आईपीओ में 800 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 2,200 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) होगा।

स्वास्थ्य बीमाकर्ता ने एक बयान में कहा कि वह फ्रेश इश्यू से 625 करोड़ रुपये की शुद्ध आय का उपयोग अपने पूंजी आधार को बढ़ाने, शोधन क्षमता के स्तर को मजबूत करने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करना चाहता है।

वित्त वर्ष 2024 में निवा बूपा का जीडीपीआई 5,499.43 करोड़ रुपये था।

मार्केट रिसर्च फर्म रेडसीर के अनुसार, खुदरा स्वास्थ्य जीडीपीआई के आधार पर, वित्त वर्ष 2024 के लिए भारतीय स्टैंडअलोन स्वास्थ्य बीमाकर्ता (एसएएचआई) बाजार में निवा बूपा की हिस्सेदारी 16.24 प्रतिशत थी।

यह वित्त वर्ष 2024 में 54.94 बिलियन रुपये के स्वास्थ्य जीडीपीआई के आधार पर भारत की तीसरी सबसे बड़ी और दूसरी सबसे तेजी से बढ़ती स्टैंडअलोन स्वास्थ्य बीमा कंपनी है, जो वित्त वर्ष 2022 से 2024 तक 41.37 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ी है।

वित्त वर्ष 2022 से वित्त वर्ष 2024 तक, निवा बूपा का जीडब्ल्यूपी 41.27 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़ा, जबकि इसका खुदरा स्वास्थ्य जीडब्ल्यूपी 33.41 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ा।

कंपनी ने कहा कि उसने अपने कारोबार में “डिजिटल-फर्स्ट” दृष्टिकोण अपनाया है। कंपनी ने टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन को कस्टमर जर्नी, कस्टमर ऑनबोर्डिंग, अंडरराइटिंग, क्लेम में लागू किया है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एबीएम

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