आईपीएल 2008 से 2025 तक: नौ बेहतरीन शख्सियत, जो अब भी मैदान पर डटे हैं


नई दिल्ली, 21 मार्च (आईएएनएस)। पहला आईपीएल सीजन अधूरे विचारों, उलझी हुई वफादारियों और इस जिज्ञासा से भरा था कि यह टूर्नामेंट आखिर किस दिशा में आगे बढ़ेगा। वह एक ऐसा वक्त था, जब एमएस धोनी ने भारत को टी20 वर्ल्ड कप जिताया था, युवा विराट कोहली शुरुआत से ही आरसीबी को संभालने की कोशिश कर रहे थे और रोहित शर्मा एक मध्यक्रम के बल्लेबाज थे। आईपीएल 2025 में भी इन तीनों खिलाड़ियों के अलावा कुछ और ऐसे खिलाड़ी खेलते हुए नजर आएंगे, जो आईपीएल के पहले संस्करण का हिस्सा थे।

एमएस धोनी

धोनी का नाम चेन्नई सुपर किंग्स के साथ उतना ही जुड़ा हुआ है जितना भारतीय क्रिकेट से। 2008 में वे सीएसके के सबसे बड़े साइनिंग थे। धोनी सीएसके के पहले कप्तान थे। इस भूमिका को उन्होंने लंबे समय तक निभाया। वह संभवतः एकमात्र खिलाड़ी थे जो दो साल के प्रतिबंध के बाद भी टीम में लौटे। उन्होंने सीएसके को पांच खिताब, दस फाइनल और सबसे अधिक बार प्लेऑफ में पहुंचाया। इन आंकड़ों की बदौलत सीएसके आईपीएल के इतिहास की सबसे स्थिर और मजबूत टीमों में से एक टीम बन गई। सीएसके की जर्सी में धोनी की छवि अभी भी आईपीएल की सबसे यादगार छवियों में से एक है।

विराट कोहली

कोहली ने कभी भी आरसीबी के बिना आईपीएल नहीं देखा, जिसका मतलब है कि उन्होंने कभी आईपीएल खिताब भी नहीं देखा। 2008 में वे भारत के अंडर-19 विश्व कप विजेता कप्तान के रूप में आए और इस फ्रेंचाइजी में उतार-चढ़ाव के साथ बने रहे। वे लीग के सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। वह 8000 से अधिक आईपीएल रन बनाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। 2016 सीजन में 973 रन बनाना उनकी एक असाधारण उपलब्धि थी, जो लगभग अकेले दम पर आरसीबी को उनके पहले खिताब के काफी करीब ले गई।

रोहित शर्मा

रोहित ने डेक्कन चार्जर्स के लिए एक निडर बल्लेबाज के रूप में शुरुआत की, जहां उन्होंने 2009 में अपना पहला आईपीएल खिताब जीता। फिर मुंबई इंडियंस ने उन्हें साइन किया और उनके नेतृत्व में एक नई आईपीएल विरासत बनाई। उन्होंने 2013 में एमआई को उनकी पहली ट्रॉफी दिलाई और इसके बाद चार और ट्रॉफी जीती। वे एमआई के सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं और 6000 से अधिक आईपीएल रन बनाने वाले चार खिलाड़ियों में से एक हैं। उनके छह खिताब किसी भी खिलाड़ी द्वारा सबसे अधिक हैं।

मनीष पांडे

मनीष पांडे के आईपीएल करियर की सबसे यादगार छवि 2014 के फाइनल में उनकी 94 रनों की पारी है, जिसमें उन्होंने केकेआर को दूसरे आईपीएल खिताब तक पहुंचाया। उनका करियर कई फ्रेंचाइजियों के बीच यात्रा करता रहा, हर बार इस उम्मीद के साथ कि वह मिडल ऑर्डर का मजबूत आधार बन सकते हैं। उनके आईपीएल करियर में कई यादगार पल रहे हैं – जैसे 2009 में आरसीबी के लिए उनकी सेंचुरी – लेकिन उनका करियर स्थायित्व की खोज में ही बीता, हालांकि उन्होंने एक भी सीजन मिस नहीं किया।

अजिंक्य रहाणे

राजस्थान रॉयल्स में अपने शुरुआती सालों में रहाणे ने पावर की बजाय प्लेसमेंट पर ध्यान दिया, लेकिन जैसे-जैसे टी20 बल्लेबाजी विकसित हुई, उन्हें लगातार खुद को बदलना पड़ा। हाल ही में उन्होंने आक्रामक अंदाज में सफलता पाई; 2023 में सीएसके के लिए उनका खेल बेझिझक और आक्रामक था, जिसने टीम को खिताब दिलाने में मदद की। अब केकेआर के कप्तान के रूप में, वह एक नई चुनौती का सामना कर रहे हैं – एक ऐसी टीम का नेतृत्व करना जो पारंपरिक रूप से ताकतवर हिटिंग को प्राथमिकता देती है।

आर अश्विन

आईपीएल इतिहास में बहुत कम खिलाड़ियों ने अश्विन की तरह स्किल, रणनीति और हिम्मत को मुजाहिरा किया है। उन्होंने सीएसके में धोनी के पावरप्ले स्पेशलिस्ट के रूप में पहचान बनाई और फिर नए-नए तरीकों से खुद को आगे बढ़ाया। उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब की कप्तानी की,आरआर में पिंच-हिटर के रूप में अपनी भूमिका बदली, और हमेशा पारंपरिक सीमाओं को चुनौती दी। 2019 में जोस बटलर को नॉन स्ट्राइक पर रन आउट करने के बाद एक बड़ी बहस छिड़ गई, और वह पहले ऐसे बल्लेबाज बने जिन्होंने रणनीतिक रूप से खुद को रिटायर आउट किया। अब वह वापस सीएसके में हैं, जहां से उन्होंने अपनी आईपीएल यात्रा शुरू की थी।

रवींद्र जडेजा

जडेजा ने 2008 में आरआर के लिए शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन 2010 में अनुबंध संबंधी विवादों के कारण वह आईपीएल नहीं खेल सके। 2011 में कोच्चि टस्कर्स के लिए खेले, लेकिन 2012 में सीएसके में आने के बाद उनका करियर नई ऊंचाइयों पर पहुंचा। वह सीएसके के दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने आईपीएल में एक ओवर में सबसे अधिक रन (37, आरसीबी के खिलाफ 2021) बनाए और 2023 के फाइनल में अंतिम गेंद पर चौका लगाकर सीएसके को जीत दिलाई। भले ही 2022 में उनकी कप्तानी असफल रही, लेकिन एक मैच-विजेता के रूप में उनकी विरासत सुरक्षित है।

इशांत शर्मा

इशांत आईपीएल में हमेशा से एक असामान्य खिलाड़ी रहे हैं – उनकी टेस्ट क्रिकेट की विशेषज्ञता कभी भी टी20 में पूरी तरह नहीं बदल पाई। 2008 में वह केकेआर के लिए ऑक्शन के सबसे महंगे गेंदबाज थे। इसके बाद वह सात अलग-अलग टीमों के लिए खेले। 2019 के बाद से उन्होंने डीसी के लिए 34 मैच खेले हैं और इस सीजन में जीटी के लिए खेलेंगे।

स्वप्निल सिंह

स्वप्निल सिंह का आईपीएल करियर इस सूची में होना एक अपवाद जैसा है – उनकी पहली टीम एमआई थी, लेकिन उन्हें 2016 तक किंग्स इलेवन पंजाब के लिए डेब्यू करने का इंतजार करना पड़ा। पिछले साल, जब वह 33 वर्ष के थे, तो आरसीबी के साथ उनका सीजन एक सपने की तरह बीता। एक बैकअप बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में टीम में शामिल किए गए स्वप्निल ने अपनी जगह बनाई और प्लेइंग XI का अहम हिस्सा बन गए। उनकी शानदार गेंदबाजी आरसीबी की छह मैचों की जीत की लय में अहम रही, जिसने टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाने में मदद की। इस प्रदर्शन का इनाम उन्हें इस सीजन से पहले हुई मेगा नीलामी में मिला, जहां आरसीबी ने उन्हें आरटीएम के जरिए रिटेन किया और उनकी सैलरी भी बढ़ी।

–आईएएनएस

आरआर/


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