निफ्टी, स्मॉल और मिडकैप सूचकांक अत्यधिक मूल्यांकित : रिपोर्ट

निफ्टी, स्मॉल और मिडकैप सूचकांक अत्यधिक मूल्यांकित : रिपोर्ट

नई दिल्ली, 16 फरवरी (आईएएनएस)। पिछले साल के दौरान प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50, निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 ने क्रमश: 22 फीसदी, 56 फीसदी और 66 फीसदी का रिटर्न दिया है।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा कि उपरोक्त तीनों सूचकांक समग्र स्तर पर अत्यधिक मूल्यांकित (ओवरवैल्यूड) प्रतीत होते हैं, जो यहां से भविष्य के रिटर्न के लिए बॉटम-अप स्टॉक चुनने की वकालत करते हैं, क्योंकि गुणकों के आगे विस्तार की संभावना नहीं है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इतिहास के सापेक्ष ओवरवैल्यूएशन की सीमा स्मॉलकैप में सबसे ज्यादा है, जबकि निरपेक्ष आधार पर मिडकैप इंडेक्स सबसे ज्यादा ओवरवैल्यूड है।

इस रैली का एक और पहलू यह है कि यह बहुत व्यापक है, जो इस तथ्य से स्पष्ट है कि प्रत्येक सूचकांक में 70 प्रतिशत स्टॉक अपने दीर्घकालिक (12 वर्ष) औसत मूल्यांकन से ऊपर कारोबार कर रहे हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है, ओवरवैल्यूएशन का यह स्तर पिछले 20 वर्षों में केवल कुछ ही बार देखा गया है (2007 में जब निफ्टी घटकों का 75 प्रतिशत इतिहास के सापेक्ष अधिक मूल्यांकित था) और वित्तवर्ष 2015-17 में कुछ हद तक मिडकैप घटकों का 44 प्रतिशत और वित्तवर्ष 21-22 मिडकैप घटकों का 46 प्रतिशत (ओवरवैल्यूड) था।

वित्तवर्ष 2007 में सभी सूचकांकों में 2008 में भारी गिरावट के माध्यम से ओवरवैल्यूएशन को ठीक किया गया था। दिलचस्प बात यह है कि पिछले दशक में मिड और स्मॉलकैप सूचकांकों में ओवरवैल्यूएशन के इस स्तर के परिणामस्वरूप अगले 1-2 वर्षों में सूचकांक में तेज सुधार नहीं हुआ है, लेकिन यह निश्चित रूप से अगले कुछ वर्षों में मंद/मामूली रिटर्न और रैली की ओर ले जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसका आधार कम व्यापक होता जा रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया है, “इस प्रकार, हमारा मानना ​​है कि निवेशकों के लिए सभी मार्केट-कैप सूचकांकों में अधिक चयनात्मक और बॉटम-अप होने का समय आ गया है, क्योंकि आसान और व्यापक-आधारित रिटर्न का चरण वित्तवर्ष 2025-26 में दोहराया नहीं जा सकता है।”

–आईएएनएस

एसजीके/

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