नेतन्याहू ने हमास को खत्म करने का संकल्प दोहराया, लेबनान से हिज्बुल्लाह पर लगाम लगाने को कहा

यरुशलम, 2 नवंबर (आईएएनएस)। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को हमास को निहत्था करने और गाजा पट्टी को पूरी तरह से असैन्य क्षेत्र बनाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पिछले महीने लागू हुए सीजफायर के बावजूद बचे हुए आतंकी समूहों को निशाना बनाती रहेगी।
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, नेतन्याहू ने मंत्रियों से कहा, “गाजा के कुछ हिस्सों में, जो हमारे नियंत्रण में हैं, हमास के कुछ सेल अभी भी सक्रिय हैं, और हम उन्हें व्यवस्थित तरीके से खत्म कर रहे हैं।” उन्होंने इसके लिए दक्षिणी गाजा में राफा और खान यूनिस के इलाकों का जिक्र किया।
उन्होंने कहा, “हमास को निहत्था करना और गाजा पट्टी को डीमिलिटराइज (असैन्य क्षेत्र) करना हमारा प्रमुख सिद्धांत है,” और कहा कि यह एक ऐसा लक्ष्य है जिस पर वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सहमत हुए थे। “अगर यह एक तरीके से हासिल नहीं होता है, तो इसे दूसरे तरीके से हासिल किया जाएगा।”
नेतन्याहू ने कहा कि इजरायली सेना गाजा में मौजूद सैनिकों की सुरक्षा के लिए काम करती रहेगी, और कहा कि इजरायल अपने अमेरिकी सहयोगियों को ऑपरेशन्स के बारे में बताएगा “लेकिन उनकी इजाजत नहीं मांगेगा।” उन्होंने कहा कि इजरायल अपनी “सबसे बड़ी सुरक्षा जिम्मेदारी” से कोई समझौता नहीं करेगा।
उनकी यह टिप्पणी तब आई है जब व्हाइट हाउस युद्धविराम को बनाए रखने और बंधकों को छुड़ाने की कोशिश कर रहा है। इजरायली हमले जारी हैं, हालांकि उनकी रफ्तार कम हो गई है।
गाजा के हेल्थ अधिकारियों ने रविवार को कहा कि तीन हफ्ते पहले सीजफायर शुरू होने के बाद से इजरायली गोलीबारी में कम से कम 236 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 600 घायल हुए हैं, जिससे 7 अक्टूबर, 2023 से अब तक मरने वालों की कुल संख्या 68,865 हो गई है।
नेतन्याहू ने लेबनान की सरकार से हिज्बुल्लाह को निहत्था करने के अपने समर्पण को लागू करने का भी आग्रह किया, ग्रुप पर फिर से हथियार जमा करने का आरोप लगाया, और चेतावनी दी कि अगर जरूरी हुआ तो इजरायल आत्मरक्षा में कार्रवाई करेगा।
वहीं, रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने बेरूत से दक्षिणी लेबनान से हिज्बुल्लाह को हटाने के लिए कहा, एक बयान में कहा कि “अधिकतम कार्रवाई जारी रहेगी और तेज होगी – हम उत्तर के निवासियों के लिए किसी भी खतरे को बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
–आईएएनएस
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