वित्त वर्ष 2026-27 में नेट एनुअल ऑफिस लीज 50 मिलियन स्क्वायर फीट को पार कर जाएगी : रिपोर्ट

मुंबई, 17 जुलाई (आईएएनएस)। देश में ग्रेड ए के कमर्शियल ऑफिस स्पेस की नेट लीज 7-9 प्रतिशत की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर) से बढ़ रही है और वित्त वर्ष 2026-27 तक यह 50 मिलियन स्क्वायर फीट के आंकड़े को पार कर जाएगी। यह जानकारी गुरुवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई।
क्रिसिल रेटिंग्स की एक रिपोर्ट में बताया गया कि मांग के साथ-साथ आपूर्ति में भी इजाफा हो रहा है। इस दौरान कुल ऑफिस स्पेस की आपूर्ति 6.5 प्रतिशत से 7 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़कर 53-57 एमएसएफ हो सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया, “ऑक्यूपेंसी के स्तरों में लगातार इजाफा हो रहा है। इससे आने वाले समय में कमर्शियल ऑफिस कंपनियों के कैशफ्लो में इजाफा हो सकता है। इससे कंपनियों की क्रेडिट प्रोफाइल अच्छी रहेगी।”
यह रिपोर्ट 78 कमर्शियल ऑफिस कंपनियों पर आधारित है, जो देश में ग्रेड ए कार्यालय स्टॉक का लगभग एक-चौथाई हिस्सा हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले दो वित्तीय वर्षों में मजबूत सुधार के बाद, भारत का कमर्शियल ऑफिस बाजार मध्यम अवधि में स्थिर नेट लीज वृद्धि के लिए तैयार है, जो घर से काम करने की कम व्यवस्था और वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) की मजबूत मांग से प्रेरित है।
भारत के विशाल, कुशल प्रतिभा पूल और लागत लाभों से प्रोत्साहित होकर, जीसीसी विकास के प्रमुख चालक बने हुए हैं। अब विभिन्न क्षेत्रों में कमर्शियल ऑफिस स्पेस की वार्षिक शुद्ध लीज में इनकी हिस्सेदारी 30-40 प्रतिशत है।
अगले दो वित्त वर्षों में शुद्ध लीज में बढ़त बीएफएसआई क्षेत्र और लचीले कार्यस्थल प्रदान करने वाली कंपनियों की दोहरे अंकों की वृद्धि से प्रेरित होगी।
बीएफएसआई क्षेत्र में वृद्धि स्थिर ऋण वृद्धि, प्रबंधन के तहत बढ़ती परिसंपत्तियों और कर्मचारियों की संख्या में इजाफे के कारण है।
रिपोर्ट के अनुसार, लचीले कार्यस्थल संचालक कंपनियों को चुस्त, लागत प्रभावी और हाइब्रिड-अनुकूल समाधान प्रदान करके विस्तार करना जारी रखेंगे।
इसके विपरीत, आईटी/आईटीईएस क्षेत्र में शुद्ध लीजिंग वृद्धि मध्यम रहने की उम्मीद है, जिसमें मांग 5-6 प्रतिशत बढ़ेगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आईटी/आईटीईएस क्षेत्र में घरेलू कंपनियों द्वारा शुद्ध लीज कम रहने के कारण यह वृद्धि जीसीसी द्वारा संचालित होगी।
क्रिसिल रेटिंग्स के निदेशक गौतम शाही ने कहा, “बढ़ी हुई आपूर्ति को अवशोषित करने वाली अच्छी मांग के साथ, भारत के ग्रेड ए कार्यालय बाजार के लिए कुल खाली स्थान वित्त वर्ष 2027 के अंत तक घटकर 15.5-16 प्रतिशत होने की उम्मीद है। यह वित्त वर्ष 2025 की तुलना में 100 आधार अंकों (बीपीएस) का सुधार होगा। हालांकि इस अवधि में कुल खाली स्थान में कमी आने की उम्मीद है, लेकिन सूक्ष्म बाजारों में यह रुझान अलग-अलग रहेगा।”
–आईएएनएस
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