उत्तर प्रदेश : देवरिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही, खुले में फेंकी गई दवाईयां और अन्य चीजें

देवरिया, 15 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली एक बार फिर सामने आई है। सरकार भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के दावे कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत इन दावों की पोल खोल रही है।
देवरिया जिले के परसिया चन्दौर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कर्मचारियों की घोर लापरवाही का मामला उजागर हुआ है, जहां अस्पताल परिसर में इस्तेमाल की गई इंजेक्शन की सिरिंज और दवाएं खुले में फेंकी गई हैं। इससे न केवल गंदगी फैल रही है, बल्कि गंभीर संक्रमण का खतरा भी मंडरा रहा है।
स्थानीय लोगों और मरीजों के अनुसार, स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति अत्यंत दयनीय है। परिसर में बिखरी सिरिंज और दवाएं न केवल स्वास्थ्य मानकों का उल्लंघन हैं, बल्कि यह मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए भी खतरनाक है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि खुले में पड़ी सिरिंज से बच्चों और जानवरों को भी खतरा है, क्योंकि कोई भी इन्हें उठा सकता है। या यह इंजेक्शन की सिरिंज किसी को भी चुभ सकती है जिससे वह संक्रमित हो सकता है।
इसके अलावा अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है। गर्मी और उमस के इस मौसम में जनरेटर की सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद बिजली की कमी के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसी स्वास्थ्य केंद्र में हाल ही में प्रसव के बाद एक महिला को भीषण गर्मी और उमस में बेड पर लेटे रहना पड़ा। मरीज की हालत देखकर भी स्वास्थ्यकर्मियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। यह घटना स्वास्थ्य केंद्र में संवेदनहीनता और लापरवाही का जीता-जागता सबूत है। सरकारी दिशा-निर्देशों की अनदेखी करते हुए कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ रहे हैं।
इस मामले को लेकर प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. एसके सिन्हा ने कहा, “हमें इस तरह की शिकायत मिली है। हम मामले की जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य केंद्र के हालात को सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे।”
–आईएएनएस
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