एनडीए को संकल्प पत्र के बजाय क्षमा पत्र जारी करना चाहिए: सुरेंद्र राजपूत


लखनऊ, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने अपना साझा संकल्प पत्र जारी किया है। इसके बाद से राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए का तो क्षमा पत्र जारी होना चाहिए।

सुरेंद्र राजपूत ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “जो पार्टी 20 साल से सरकार में है, जो दल 20 साल से सरकार में है, जो गठबंधन 20 साल से सरकार में है, तो अपने काम गिनाए न? वो बताएं कि 9 करोड़ लीटर शराब चूहे कैसे पी गए? वो बताएं कि 7,581 करोड़ के पुल-पुलिया चूहे कैसे खा गए? वो बताएं कि उसने कितने मेडिकल कॉलेज बनाए?”

उन्होंने कहा, “एनडीए बताए कि कितने एम्स बनाए हैं उन्होंने? वो बताएं कि कितने सरकारी स्कूल बनाए, सरकारी यूनिवर्सिटी कितनी बनाईं? वो बताएं कि कितने कारखाने लाए, 20 साल में 20 कारखाने अगर लाए हों तो बताएं? आज की तारीख में तो एनडीए को जनता से क्षमा मांगने की आवश्यकता है और अपने कार्यों, जो उन्होंने किए, वो गिनाने की आवश्यकता है।

कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने दुलारचंद यादव हत्या मामले पर कहा, “बिहार में जंगलराज की पराकाष्ठा है। ये तो हम कहते-कहते थक गए, लेकिन भारतीय जनता पार्टी और उसका इको-सिस्टम हमारे ही खिलाफ बातें बनाता रहता है। 2005 की तो याद दिलाता है, लेकिन 2025 तक जिस तरीके से उत्तर प्रदेश हत्या में और अपहरण में नंबर वन और बिहार नंबर दो है, इससे स्पष्ट होता है कि जहां-जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, वहां देश का संविधान लागू ही नहीं होता। वहां पर पुलिस भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर काम करती है, संविधान के इशारे पर काम नहीं करती।”

जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी अपने समर्थकों के साथ चुनाव प्रचार में निकले थे। इस दौरान उनके काफिले पर कुछ लोगों ने लाठी-डंडे से हमला कर दिया। आरोप है कि भीड़ में किसी ने गोली भी चलाई जो दुलारचंद यादव को लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

–आईएएनएस

एसएके/वीसी


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