'क्या कहना' की यादों में खोईं नवनीत निशान, बोलीं- कुंदन शाह संग काम करना सपना था


मुंबई, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। मशहूर अभिनेत्री नवनीत निशान, जिन्हें ‘राजा हिंदुस्तानी’ और ‘तारा’ जैसे टीवी सीरियल्स के लिए जाना जाता है, ने रविवार को सोशल मीडिया पर फिल्म ‘क्या कहना’ की यादें साझा कीं।

अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर अपनी कुछ पुरानी तस्वीरें पोस्ट कीं, जिसके साथ उन्होंने फिल्म के निर्देशक कुंदन शाह के साथ काम करने के अनुभव को याद किया। नवनीत ने लिखा कि कुंदन शाह की फिल्म ‘जाने भी दो यारों’ उनकी पसंदीदा फिल्मों में से एक है, और उनके साथ काम करना सपने के सच होने जैसा था।

अभिनेत्री ने कैप्शन में लिखा, “साल 2000, फिल्म ‘क्या कहना’ की यादें आज भी मेरे दिल में बहुत साफ हैं। मुझे इस फिल्म में काम करने का मौका मिला, और सबसे बड़ी खुशी की बात ये थी कि इसके निर्देशक कुंदन शाह जी थे। उनके साथ काम करना मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा था, क्योंकि उनकी फिल्म ‘जाने भी दो यारों’ मेरी सबसे पसंदीदा फिल्मों में से एक है।”

‘क्या कहना’ की शूटिंग आर.के. स्टूडियो में हुई थी। शुरुआत में फिल्म के हीरो मुकुल देव थे, और शूटिंग शुरू हो चुकी थी। लेकिन चौथे दिन मुकुल की जगह सैफ अली खान को लिया गया।

अभिनेत्री ने बताया कि सैफ के साथ उनकी पुरानी दोस्ती थी, जिस वजह से वह इस बदलाव से खुश थीं। हालांकि, सैफ थोड़े असहज थे, क्योंकि नवनीत उनकी मां का किरदार निभा रही थीं।

अभिनेत्री ने कहा, “मुझे बहुत अच्छा लगा जब सैफ ने मुझे एक बेहतरीन कलाकार बताया और कहा कि मैं अपने काम को बहुत गंभीरता से लेती हूं। इस फिल्म में प्रीति जिंटा थी, जिस वजह से वे फिल्म को लेकर थोड़ा नर्वस थीं। शूटिंग की शुरुआत में ही मेरा उनके साथ एक टकराव वाला सीन था। जब सीन शुरू हुआ, तो वे कांप रही थीं। मुझे बहुत बुरा लगा, क्योंकि उस सीन में मुझे उनके साथ बहुत कठोरता से पेश आना था, लेकिन अंदर से मुझे उनके लिए दया आ रही थी। ये फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब है, और जब ये रिलीज हुई, तो मुझे बहुत हैरानी हुई कि ये एक बड़ी हिट साबित हुई। मेरे रोल और लुक को भी लोगों ने खूब सराहा।”

‘क्या कहना’ सामाजिक मुद्दों पर आधारित थी और रिलीज के बाद यह एक बड़ी हिट साबित हुई। नवनीत के किरदार और लुक को दर्शकों ने खूब पसंद किया।

–आईएएनएस

एनएस/एबीएम


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