म्यांमार शासन का जनवरी 2026 तक चुनाव कराने का वादा

नेपीडॉ, 8 मार्च (आईएएनएस)। म्यांमार के प्रधानमंत्री मिन आंग ह्लाइंग ने बेलारूस की अपनी यात्रा के दौरान ऐलान किया कि उनके देश में चुनाव दिसंबर 2025 या जनवरी 2026 में होने की संभावना है। यह जानकारी सरकारी मीडिया ने शनिवार को दी।
‘ग्लोबल न्यू लाइट ऑफ म्यांमार’ की रिपोर्ट के अनुसार, ह्लाइंग ने बेलारूस में कहा, “2020 के आम चुनाव में धोखाधड़ी के कारण, हमें आपातकाल की स्थिति घोषित करनी पड़ी और अस्थायी रूप से देश की जिम्मेदारी लेनी पड़ी। इसलिए, हम कानून के तहत जल्द ही स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की योजना बना रहे हैं।”
ह्लाइंग ने कहा, “हम दिसंबर 2025 में या जनवरी 2026 तक चुनाव कराने की योजना बना रहे हैं। 53 राजनीतिक दलों ने चुनाव में भाग लेने के लिए अपनी सूची पहले ही जमा कर दी है। चुनाव के संबंध में, हम बेलारूस से निगरानी टीमों को भी आमंत्रित करते हैं कि वे आएं और निरीक्षण करें।”
पिछले महीने, एक कैबिनेट मीटिंग के दौरान, ह्लाइंग ने कहा था कि राजनीतिक दल तभी अपना अभियान शुरू कर सकते हैं जब क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनी रहे। उन्होंने कहा कि शासन ने उत्तरी शान राज्य, राखीन, काचिन, काया (करेनी), करेन और चिन राज्यों और मध्य म्यांमार के बड़े हिस्से को विद्रोही समूहों के हाथों खो दिया है।
हालांकि, सैन्य जुंटा के चुनावी वादों की घरेलू और वैश्विक स्तर पर निंदा हुई। स्थानीय मीडिया आउटलेट ‘द इरावाडी’ ने बताया कि चुनावी वादों को धोखाधड़ी करार दिया गया है, जिसका उद्देश्य एक निर्वाचित सरकार को हटाने वाली सेना द्वारा शासन को मजबूत करना है।
म्यांमार की सेना ने नवंबर 2020 के चुनावों के परिणामों को अमान्य घोषित करने के बाद 1 फरवरी, 2021 को तख्तापलट करके सत्ता अपने हाथ में ले ली। देश की पूर्व नेता आंग सान सू की को तब से एक अज्ञात स्थान पर रखा गया है और उन पर बंद अदालत में मुकदमा चलाया जा रहा है, जहां पर्यवेक्षकों की पहुंच नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के अनुसार, माना जाता है कि सैन्य जुंटा द्वारा 10,000 से अधिक राजनीतिक कैदियों को हिरासत में लिया गया है, और कम से कम 175 की हिरासत में मौत हो गई है।
–आईएएनएस
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