मॉस्को, वाशिंगटन आए और करीब, राजनयिक मिशनों को बहाल करने के लिए संयुक्त कदम उठाने पर सहमत


मॉस्को, 1 मार्च (आईएएनएस)। मॉस्को और वाशिंगटन ने दोनों देशों में राजनयिक मिशनों के निर्बाध वित्तपोषण को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से संयुक्त उपायों पर सहमति जतायी है। रूसी विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी।

डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद से रूस अमेरिका संबंधों में तेजी से सुधार देखने को मिला है। ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर भी मॉस्को के साथ सहयोग का रुख अपनाया है

रूसी और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडलों ने गुरुवार को तुर्की के इस्तांबुल में वार्ता की।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास के बंद कमरे में हुई यह बैठक छह घंटे से अधिक समय तक चली।

मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों में ‘अनेक बाधाओं’ को दूर करने के तरीकों पर चर्चा की।

बयान में कहा गया, “पारस्परिक आधार पर रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के राजनयिक मिशनों की गतिविधियों के निर्बाध वित्तपोषण को सुनिश्चित करने, राजनयिकों के लिए अपने आधिकारिक कर्तव्यों के निर्वहन के लिए उपयुक्त परिस्थितियां बनाने के लिए संयुक्त कदम उठाने पर सहमति बनी।”

रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उत्तरी अटलांटिक विभाग के निदेशक अलेक्जेंडर डार्चीव ने किया। वहीं अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रूस और मध्य यूरोप की नीति की देखरेख करने वाली उप सहायक विदेश मंत्री सोनाटा कूल्टर ने किया।

रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा, “विदेश मंत्रियों के निर्देशों के अनुसार, पिछले अमेरिकी प्रशासन से विरासत में मिली अनेक ‘परेशानियों’ को दूर करने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की गई।”

मंत्रालय ने यह भी कहा कि रूस ने अमेरिका में अपनी राजनयिक संपत्ति का मुद्दा उठाया, विशेष रूप से छह अचल संपत्तियां का, जिन्हें 2016 और 2018 के बीच ‘अवैध रूप से जब्त’ किया गया था।

बता दें पिछले एक दशक में, रूस और अमेरिका ने बार-बार एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित किया है, जिससे उनके दूतावासों में कर्मचारियों की संख्या में काफी कमी आई है।

इसके अलावा रूस ने प्रस्ताव दिया कि अमेरिका सीधी उड़ानें बहाल करने पर विचार करे, जिससे दोनों देशों के हितों में द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

बयान के अंत में कहा गया कि मॉस्को और वाशिंगटन अपने राजनयिक संपर्क जारी रखने पर सहमत हुए हैं।

–आईएएनएस

एमके/


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