इस दिन मनाई जाएगी मासिक कृष्ण जन्माष्टमी, जानें कब पूजा का शुभ मुहूर्त


नई दिल्ली, 17 जुलाई (आईएएनएस)। श्रावण मास की अष्टमी तिथि पर मासिक कृष्ण जन्माष्टमी है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग है। सूर्य देव कर्क राशि में और चंद्रमा मेष राशि में रहेगा। दृक पंचांग के अनुसार, इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर के 12 बजे से शुरू होकर शुक्रवार दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा और राहुकाल का समय सुबह 10 बजकर 44 मिनट से शुरू होकर दोपहर के 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा।

सर्वार्थ सिद्धि योग तब बनता है जब कोई विशेष नक्षत्र किसी विशेष दिन के साथ आता है। मान्यता है कि इस योग में किए गए कार्य सफल होते हैं और व्यक्ति को सफलता प्राप्त करने में मदद मिलती है। इसका मुहूर्त 18 जुलाई की सुबह 5 बजकर 35 मिनट से शुरू होकर 19 जुलाई की सुबह 2 बजकर 14 मिनट तक रहेगा।

हर महीने में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा करने से यश, कीर्ति, धन, ऐश्वर्य और संतान सुख की प्राप्ति होती है। माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने और विधि-विधान से पूजा करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।

दरअसल, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर भगवान श्री कृष्ण का अवतरण हुआ था। इसलिए हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाया जाता है।

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी गुरुवार की शाम 7 बजकर 8 मिनट से शुरू होकर शुक्रवार की शाम 5 बजकर 1 मिनट तक रहेगा।

इस दिन विधि-विधान से पूजा और व्रत रखने के लिए आप शुक्रवार की सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर फिर, मंदिर या पूजा स्थल को साफ करें। घर के मंदिर में एक चौकी पर एक थाली में लड्डू गोपाल की प्रतिमा स्थापित करें। दक्षिणावर्ती शंख में पंचामृत भरकर लड्डू गोपाल का अभिषेक करें। लड्डू गोपाल को पीले वस्त्र पहनाएं और पीले फूलों से उनका श्रृंगार करें।

मंत्रों और स्तोत्रों का जाप करते हुए लड्डू गोपाल का आह्वान करें। “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें। उन्हें तुलसी की माला, खीर, माखन (मक्खन), मिश्री और फल जैसी उनकी पसंदीदा चीजें अर्पित करें। अंत में,लड्डू गोपाल के सामने देसी घी का दीपक जलाएं,आरती करके पूजा संपन्न करें। मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पूजा के दौरान भगवान कृष्ण को मोर पंख चढ़ाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है, जो परिवार के सदस्यों को बुरी नजर और सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाती है।

–आईएएनएस

एनएस/केआर


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