मिजोरम ने ‘थेनजॉल शांति शहर’ योजना के साथ सतत शहरी विकास में नया रास्ता तैयार किया


आइजोल, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। मिजोरम सरकार ने सतत और संतुलित शहरी विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए ‘थेनजॉल पीस सिटी (शांति शहर)’ योजना की शुरुआत की है।

मुख्यमंत्री पु लालदुहोमा ने हाल ही में राजधानी आइजोल में इस परियोजना से संबंधित एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें परियोजना तैयार करने वाली कंसल्टेंसी फर्म आईपीई ग्लोबल के प्रतिनिधियों के साथ-साथ शहरी विकास एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री के. सपदांगा और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने कहा कि थेनजॉल शांति शहर योजना मिजोरम के शहरी भविष्य को नई दिशा देने वाला एक दूरदर्शी कदम है। इसका उद्देश्य न केवल राज्य की राजधानी आइजोल पर जनसंख्या और अवसंरचना का बोझ कम करना है, बल्कि एक ऐसे आधुनिक, स्वच्छ और संतुलित शहर का निर्माण करना भी है जो पर्यावरणीय संतुलन, पर्यटन और आर्थिक प्रगति का केंद्र बने। उन्होंने स्पष्ट किया कि थेनजॉल, आइजोल से प्रतिस्पर्धा नहीं करेगा, बल्कि एक सुव्यवस्थित और आकर्षक टाउनशिप मॉडल के रूप में उभरेगा, जो मिजोरम के अन्य हिस्सों के लिए प्रेरणा बनेगा।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि परियोजना के कार्यान्वयन की निरंतर निगरानी के लिए राज्य परियोजना निगरानी समिति सक्रिय भूमिका निभाए। उन्होंने कहा कि उच्च गुणवत्ता और दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ योजना बनाना इस परियोजना की सफलता की कुंजी होगी।

आईपीई ग्लोबल ने बैठक में अपनी रणनीति प्रस्तुत की। इसे 18 प्रतिष्ठित बोलीदाताओं में से चुना गया है। कंपनी के वरिष्ठ विकास विशेषज्ञ अनिल बंसल के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि उनका संगठन 100 से अधिक देशों में काम करता है और भारत में इसके 20 कार्यालय हैं। टीम ने यह भी घोषणा की कि तीन सप्ताह के भीतर मिजोरम में स्थायी कार्यालय स्थापित कर कार्य आरंभ किया जाएगा।

थेनजॉल शांति शहर परियोजना मिजोरम के नियोजित शहरीकरण, पर्यावरणीय सद्भाव और सतत विकास की व्यापक दृष्टि का हिस्सा है। सेरछिप जिले में स्थित थेनजॉल, अपनी प्राकृतिक सुंदरता, हरियाली और विस्तार की संभावनाओं के कारण इस परियोजना के लिए चुना गया है। वर्तमान में लगभग 10 हजार लोगों की आबादी वाले इस क्षेत्र को वर्ष 2045 तक दस लाख की जनसंख्या क्षमता वाले आधुनिक पहाड़ी शहर के रूप में विकसित करने की योजना है। प्रस्तावित क्षेत्रफल लगभग 108 वर्ग किलोमीटर होगा।

परियोजना का मास्टर प्लान पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समावेशन, कुशल बुनियादी ढांचे और हरित जीवनशैली पर केंद्रित है। योजना का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विकास न तो स्थानीय संस्कृति को प्रभावित करे और न ही पर्यावरणीय संतुलन को बिगाड़े।

थेनजॉल पीस सिटी को इस तरह डिजाइन किया जाएगा कि यह पर्यटन, सांस्कृतिक पहचान और स्थानीय अर्थव्यवस्था को एक नई गति दे। शहर में आधुनिक सुविधाएं, हरित क्षेत्र, स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा-कुशल भवन और सामुदायिक कल्याण पर आधारित आवास परियोजनाएं विकसित की जाएंगी।

मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने कहा कि यह पहल न केवल एक भविष्यवादी शहरी मॉडल प्रस्तुत करेगी, बल्कि मिजोरम को सतत और पर्यावरण-मित्र विकास के राष्ट्रीय मानचित्र पर एक अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करेगी।

–आईएएनएस

एएसएच/डीकेपी


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