राज्यमंत्री रक्षा खडसे ने गुजरात में ऑस्ट्रेलिया-भारत खेल उत्कृष्टता फोरम की शोभा बढ़ाई

गांधीनगर, 5 मार्च (आईएएनएस)। युवा मामले और खेल राज्यमंत्री रक्षा खडसे ने बुधवार को यहां गिफ्ट सिटी में ऑस्ट्रेलिया-भारत खेल उत्कृष्टता फोरम का उद्घाटन किया। दो दिवसीय फोरम अपनी तरह की पहली पहल है जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच खेल सहयोग को मजबूत करना है।
भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन ओएएम तथा गुजरात के खेल, युवा सेवा और सांस्कृतिक गतिविधियों के मंत्री हर्ष संघवी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।
सुबह के सत्र में ऑस्ट्रेलियाई खेल जगत के शीर्ष निर्णयकर्ता, भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई खेल संस्थान, उच्च शिक्षा प्रदाता और उद्योग हितधारक मौजूद थे। खेल मंत्रालय ने बुधवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि फोरम का मुख्य उद्देश्य ओलंपिक और पैरालंपिक बोलियों, प्रतिभा विकास, खेल विज्ञान और इवेंट मैनेजमेंट में सहयोग के अवसरों की खोज करना है।
राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने क्रिकेट और हॉकी से परे खेलों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बढ़ती साझेदारी पर जोर दिया, प्रतिभा विकास, निजी क्षेत्र की भागीदारी, खेल विज्ञान और खेल उद्योगों में व्यापार को सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों के रूप में उजागर किया।
उन्होंने कहा, “खेलों के प्रति जुनून एक ऐसा साझा धागा है जो भारत और ऑस्ट्रेलिया को जोड़ता है। इस ऐतिहासिक मंच के माध्यम से, हम क्रिकेट और हॉकी से परे इस साझेदारी को शीर्ष एथलीट विकास, खेल अवसंरचना और खेल उद्योगों में निवेश में विस्तारित कर रहे हैं। 2036 ओलंपिक की मेजबानी करने की भारत की महत्वाकांक्षा हमारे देश की बढ़ती ताकत और खेलों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”
मंत्री ने कहा, “खेलो इंडिया, टॉप्स, फिट इंडिया और अस्मिता जैसी पहल के साथ, हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में एक मजबूत खेल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए काम कर रहे हैं।”
यह मंच खेल विकास में ऑस्ट्रेलिया की विशेषज्ञता का लाभ उठाने और भारत को 2036 ओलंपिक और पैरालंपिक की बोली की दिशा में काम करने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को पेश करने के लिए बनाया गया है।
चर्चाएं अभिजात वर्ग की प्रतिभा विकास, प्रमुख खेल आयोजन प्रबंधन, विविधता और समावेश, जमीनी स्तर से लेकर अभिजात वर्ग के स्तर तक विकास के मार्ग और खेल विज्ञान पर केंद्रित हैं।
मुख्य उद्देश्यों में ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के आयोजन पर ज्ञान साझा करना, भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई शैक्षणिक और खेल संस्थानों के बीच संबंधों को मजबूत करना, खेल-संबंधी उद्योगों में कॉर्पोरेट निवेश और व्यापार को प्रोत्साहित करना, उन्नत खेल विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से एथलीट के प्रदर्शन को बढ़ाना और भविष्य के लिए रोडमैप बनाना शामिल है।
गुजरात को खेल अवसंरचना के लिए एक बढ़ते केंद्र के रूप में उजागर करते हुए, रक्षा खडसे ने भारत के खेल महाशक्ति बनने के दृष्टिकोण में विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि इस तरह के आदान-प्रदान भारत को एक वैश्विक खेल शक्ति बनाने में योगदान देंगे। खेल की संस्कृति बढ़ती रहेगी और मजबूत साझेदारी के साथ, हम विश्व स्तरीय अवसंरचना और प्रशिक्षण सुविधाएं विकसित करेंगे।”
ऑस्ट्रेलिया-भारत खेल उत्कृष्टता मंच एक मजबूत, अधिक प्रतिस्पर्धी खेल पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की दिशा में भारत की यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया एक प्रमुख रणनीतिक भागीदार है। भारत-ऑस्ट्रेलिया खेल सहयोग का मार्गदर्शन करने के लिए सिफारिशों का एक सेट तैयार किया जाएगा। इसमें खेल संस्थानों के बीच घनिष्ठ कार्य संबंधों को बढ़ावा देना, उच्च शिक्षा सहयोग को मजबूत करना और ऑस्ट्रेलियाई विशेषज्ञता के साथ भारत की दीर्घकालिक ओलंपिक और पैरालंपिक रणनीति का समर्थन करना शामिल है।
-आईएएनएस
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