आयुष मंत्री ने शुरू किया 'हरित योग', पर्यावरण और इंसानों के लिए होगा फायदेमंद


नई दिल्ली, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। आयुष मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने सोमवार को ‘हरित योग’ शुरू किया। इसका उद्देश्य व्यक्तिगत स्वास्थ्य बेहतर करना और वातावरणीय चुनौतियों से निपटना है।

‘हरित योग’, जिसका अर्थ है योग को वृक्षारोपण और सफाई अभियान के साथ जोड़ने वाली एक स्थिरता-संचालित पहल, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) के 11वें संस्करण को चिह्नित करने के लिए 10 प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है।

ओडिशा के भुवनेश्वर में भव्य योग महोत्सव 2025 में मीडिया को संबोधित करते हुए जाधव ने कहा, “हमारा स्वास्थ्य हमारे ग्रह के स्वास्थ्य से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। जिस तरह योग हमारे मन और शरीर को पोषण देता है, उसी तरह वृक्षारोपण पृथ्वी को पोषण देता है, जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरियाली भरा और स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित होता है।”

उन्होंने कहा, “पिछले 10 वर्षों में योग ने अभूतपूर्व लोकप्रियता हासिल की है और अब यह एक वैश्विक घटना बन गई है।”

उन्होंने योग के स्थायित्व और पर्यावरणीय पहलुओं का भी उल्लेख किया और हरित योग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम’ के दृष्टिकोण के साथ जोड़ा।

राज्य मंत्री ने कहा, “यह पहल लोगों को व्यक्तिगत और ग्रहीय स्वास्थ्य को पोषित करने के प्रतीकात्मक कार्य के रूप में पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करती है।”

‘प्रकृति परीक्षण अभियान’ की सफलता पर भी उन्होंने प्रकाश डाला, जिसमें 1.29 करोड़ से अधिक लोगों का प्रकृति परीक्षण किया गया और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान प्राप्त किया।

योग महोत्सव 2025 स्वास्थ्य और कल्याण में क्रांति के लिए मंच तैयार करता है, जिसमें भारत दुनिया भर में योग को जीवन शैली बनाने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर जाधव ने अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ औषधीय पौधे भी लगाए। इस भव्य समारोह में 6,000 से अधिक योग प्रेमियों ने सामान्य योग प्रोटोकॉल का अभ्यास किया – जिसका उद्देश्य योग निद्रा, प्राणायाम, ध्यान आदि योग अभ्यासों को लोकप्रिय बनाना है।

इस बीच, आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने उत्साही लोगों की प्रशंसा की और कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 11वें संस्करण में रिकॉर्ड तोड़ वैश्विक भागीदारी देखने को मिलेगी।

–आईएएनएस

पीएसके/सीबीटी


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