सीरिया पर इजरायली एयर स्ट्राइक की निंदा में मध्य पूर्वी देश एकजुट

अम्मान, 16 जुलाई (आईएएनएस)। जॉर्डन, कतर, ईरान, कुवैत और सऊदी अरब सहित कई मध्य पूर्वी देशों ने सीरिया के दक्षिणी शहर स्वैदा के पास सीरियाई सैन्य काफिलों पर इजरायली एयर स्ट्राइक की कड़ी निंदा की है।
मंगलवार को जारी एक संयुक्त बयान में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने बताया उन्होंने सेना को सीरियन फोर्स और हथियारों पर ‘तत्काल हमला’ करने का आदेश दिया है, ताकि सीरियाई शासन को ड्रूज समुदाय पर नुकसान पहुंचाने से रोका जा सके।
सीरिया पर इजरायली हमले की निंदा करते हुए, जॉर्डन के विदेश और प्रवासी मंत्रालय ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन और सीरिया की स्थिरता, संप्रभुता और सुरक्षा को निशाना बनाने वाला एक खतरनाक हमला बताया।
जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने कहा, “मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता, राजदूत सूफियान अल-कुदाह ने इन हमलों को तुरंत रोकने और सीरिया जैसे सहयोगी राष्ट्र की संप्रभुता का सम्मान करने पर जोर दिया है। राजदूत ने सीरिया, उसकी सुरक्षा, स्थिरता, संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और उसके नागरिकों की सुरक्षा के प्रति सऊदी अरब के रुख और पूर्ण एकजुटता को दोहराते हुए इस बात पर जोर दिया कि सीरिया की सुरक्षा और स्थिरता क्षेत्रीय स्थिरता की आधारशिला है।”
कतर के विदेश राज्य मंत्री, मोहम्मद बिन अब्दुलअजीज बिन सालेह अल खुलैफी ने पुष्टि की है कि उनका देश दक्षिणी सीरिया के अस-सुवेदा शहर में हो रहे घटनाक्रम पर नजर रख रहा है। उनका विश्वास है कि सीरिया की सुरक्षा क्षेत्र की स्थिरता का एक अभिन्न अंग है। इसके साथ ही उन्होंने बातचीत और शांतिपूर्ण तरीकों से नागरिक शांति के प्रयासों को तेज करने के महत्व पर भी जोर दिया।
कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा, “उन्होंने अस-सुवेदा शहर पर इजरायली हमलों की कतर राज्य की ओर से निंदा करते हुए इसे सीरिया की संप्रभुता, अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का घोर उल्लंघन और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बताया है।”
इस बीच, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, इस्माइल बाकेई ने दक्षिणी सीरिया के सुवेदा क्षेत्र में हाल ही में हुई झड़पों पर गहरी चिंता व्यक्त की। इस हिंसा में दर्जनों नागरिकों की मौत हो चुकी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सीरिया की क्षेत्रीय अखंडता के विरुद्ध इजरायली शासन के सैन्य आक्रमणों का जिक्र किया, जो सीरियाई क्षेत्र के महत्वपूर्ण हिस्सों पर उसके निरंतर कब्जे के साथ-साथ हो रहे हैं।
ईरान के विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर लिखा, “उन्होंने क्षेत्रीय देशों के खिलाफ शासन की आक्रामक कार्रवाइयों के जवाब में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की लगातार निष्क्रियता को बेहद खतरनाक बताया।”
कुवैत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय और सुरक्षा परिषद से इन उल्लंघनों को रोकने और क्षेत्र की सुरक्षा बनाए रखने के लिए इन्हें खत्म करने हेतु अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपील की है। इसके साथ ही सीरिया की सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के लिए उसके साथ अपनी एकजुटता जताई।
कुवैत विदेश मंत्रालय ने कहा, “कुवैत सीरियाई अरब गणराज्य के क्षेत्रों पर इजरायली हमलों की भी कड़ी निंदा और निंदा करता है, जो अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उल्लंघनों की शृंखला का एक और उदाहरण है।”
इसके अलावा, सऊदी अरब ने सीरियाई क्षेत्र पर लगातार इजरायली हमलों, उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप और उसकी सुरक्षा और स्थिरता को अस्थिर करने की निंदा की। यह अंतरराष्ट्रीय कानून के अलावा सीरिया और इजरायल के बीच 1974 के विघटन समझौते का घोर उल्लंघन है।
सऊदी विदेश मंत्रालय के अनुसार, सऊदी अरब ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सीरियाई अरब गणराज्य के साथ खड़े होने, इस कठिन समय में उसका समर्थन करने और सीरिया के खिलाफ जारी इजरायली हमलों और उल्लंघनों का सामना करने की अपील दोहराई है।
–आईएएनएस
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