विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 : नई दिल्ली में पदकों का अनावरण किया गया


नई दिल्ली, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के विजेताओं को दिए जाने वाले पदकों का अनावरण गुरुवार को भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) ने किया। भारत की राजधानी नई दिल्ली में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन 27 सितंबर से 5 अक्टूबर किया जाएगा।

भारत द्वारा आयोजित इस तरह के पहले मेगा इवेंट में 104 देशों के 2,200 से अधिक पैरा-एथलीट और सहयोगी स्टाफ 186 पदक स्पर्धाओं में भाग लेंगे।

अनावरण किए गए पदक का अगला हिस्सा पारंपरिक भारतीय कला से प्रेरित हैं, जो चैंपियनशिप के नाम और पैरा-एथलेटिक्स के प्रतीकों – एक व्हीलचेयर रेसर, एक डिस्कस थ्रोअर और कमल – भारत के राष्ट्रीय पुष्प – पर केंद्रित हैं। दूसरे हिस्से पर समावेशिता को दर्शाया गया है, जहां ‘नई दिल्ली 2025’ शिलालेख के ऊपर ब्रेल लिपि, कमल से प्रेरित पैटर्न और आधुनिक ज्यामितीय विवरण अंकित हैं। एक आकर्षक नीले रिबन से सुसज्जित, प्रत्येक पदक संस्कृति, सुगम्यता और एथलेटिक उपलब्धि का प्रतीक है।

विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 के पदक अनावरण समारोह के दौरान रैप संगीत से भरपूर जोशीला गीत ‘उड़ान भर’ को भी लॉन्च किया गया। भारतीय पैरालंपिक समिति के सहयोग से पोलारिस प्रोडक्शन द्वारा निर्मित इस वीडियो में भारतीय एथलीटों को अपनी अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए दिखाया गया है, जो पैरा खेल समुदाय के मूल में मौजूद लचीलेपन और प्रेरणा की भावना को बखूबी दर्शाता है।

पीसीआई अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया ने कहा, “इन पदकों का अनावरण एक ऐतिहासिक यात्रा की शुरुआत है। ये पदक न केवल जीत का जश्न मनाते हैं, बल्कि प्रयास, समावेशिता और लचीलेपन के मूल सिद्धांतों का भी जश्न मनाते हैं। 104 देशों के एथलीटों की मेजबानी करते हुए, नई दिल्ली एक ऐसी विश्व स्तरीय चैंपियनशिप आयोजित करने के लिए तैयार है जो सभी को प्रेरित करेगी।”

विश्व पैरा एथलेटिक्स के प्रमुख पॉल फिट्जगेराल्ड ने कहा, “लॉस एंजिल्स 2028 की ओर बढ़ रहे नए पैरालंपिक चक्र की पहली बड़ी चैंपियनशिप का आयोजन नई दिल्ली में होने पर हमें बेहद खुशी है। 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप भारत में आयोजित होने वाला अब तक का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय पैरा-खेल आयोजन होगा। पारंपरिक भारतीय रूपांकनों को एथलेटिक उपलब्धियों और सुगम्यता के प्रतीकों के साथ मिश्रित करने वाले इन अनूठे पदकों का अनावरण, इस आयोजन की समावेशिता और सांस्कृतिक गौरव के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”

उन्होंने कहा, “यह हमारे खेल को आगे बढ़ाने, हमारे प्रशंसकों का आधार बढ़ाने और दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में विकलांग व्यक्तियों के प्रति समाज की धारणा को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने का एक बड़ा अवसर है। पिछले एक दशक में पैरा-एथलेटिक्स में भारत की अविश्वसनीय प्रगति प्रेरणादायक है। हम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ एथलीटों का भारत में स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।”

पीसीआई की मुख्य संरक्षक वनथी श्रीनिवासन ने कहा, “ये पदक साहस और दृढ़ता की कहानियां बयां करते हैं। भारत खुले दिल से दुनिया का स्वागत करता है, सुलभता, समावेशिता और उत्कृष्टता का वादा करता है। यह चैंपियनशिप एक सशक्त संदेश है। पैरा-एथलीट इतिहास रच रहे हैं।”

पेरिस पैरालंपिक में जैवलिन में गोल्ड जीतने वाले नवदीप सिंह ने कहा, “जब भी मैं इस पदक को देखता हूं, मुझे और अधिक प्रयास करने का जज्बा दिखाई देता है। इसे घरेलू धरती पर जीतना सभी पैरा-एथलीटों के लिए एक सपना होगा।

भारत के पैरालंपिक ऊंची कूद स्वर्ण पदक विजेता प्रवीण कुमार ने कहा, “इस ऐतिहासिक पदक अनावरण का हिस्सा बनकर मुझे अपार गर्व और प्रेरणा का अनुभव हो रहा है। ये पदक हर पैरा-एथलीट की यात्रा चुनौतियों, लचीलेपन और विजय की भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं। उपलब्धि के इस प्रतीक के साथ घरेलू धरती पर प्रतिस्पर्धा करना वाकई खास होगा और मुझे अपनी सीमाओं को और भी आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा।”

–आईएएनएस

पीएके/


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