भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट में बतौर ओपनर खेलने के लिए तैयार हूं : मैकस्वीने

भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट में बतौर ओपनर खेलने के लिए तैयार हूं : मैकस्वीने

मैके, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलिया ए के कप्तान नाथन मैकस्वीने को पूरा भरोसा है कि अगर भारत के ख़िलाफ़ चयनकर्ताओं ने उन्हें नई गेंद के ख़िलाफ़ सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर मौक़ा दिया तो वह इस अवसर का पूरा फ़ायदा उठाएंगे।

उस्मान ख़्वाजा के साथ कौन होगा सलामी साझेदार इस बात का फ़ैसला अब भारत ए और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच होने वाले लगातार दो चार दिवसीय मैचों से हो जाएगा। जहां दो ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज़ कैमरन बैनक्रॉफ़्ट और मार्कस हैरिस मैके में गुरुवार से शुरू होने वाले मुक़ाबले में पारी का आग़ाज़ करते नज़र आएंगे, जबकि युवा सनसनी सैम कॉन्स्टास भी इस दल का हिस्सा हैं।

हालांकि मैकस्वीने साउथ ऑस्ट्रेलिया के लिए नंबर-3 पर बल्लेबाज़ी करते हैं लेकिन इसके बावजूद वह भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट डेब्यू करने की दौड़ में बने हुए हैं। शेफ़ील्ड शील्ड के इस सीज़न में उन्होंने धमाकेदार आग़ाज़ किया है, मैकस्वीने ने अब तक 55, 127 नाबाद, 37 और 72 रन की पारियां खेली हैं।

25 वर्षीय मैकस्वीने पिछले सीज़न भी बेहतरीन फ़ॉर्म में थे जहां उन्होंने 40.10 की औसत से 762 रन बनाए थे जिसमें तीन शतक भी शामिल थे। ये सभी रन उन्होंने बल्लेबाज़ी के लिए मुश्किल हालातों में बनाए थे, उनसे ज़्यादा सिर्फ़ तीन खिलाड़ियों ने ही रन बनाए थे।

उन्हें भविष्य का ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान भी कहा जाता है और फ़िलहाल वह ऑस्ट्रेलिया ए के कप्तान हैं। इससे पहले भी वह कई बार अलग-अलग टीमों की कप्तानी कर चुके हैं जिनमें प्राइम मिनिस्टर्स XI और ब्रिसबेन हीट भी शामिल हैं। ब्रिसबेन हीट तो मैकस्वीने की कप्तानी में ही पिछले सीज़न बिग बैश लीग (बीबीएल) की विजेता रही थी।

ऑस्ट्रेलिया के चयनकर्ताओं की भी इस दाएं हाथ के बल्लेबाज़ पर नज़र होगी। मैकस्वीने भी मानते हैं कि वह मानसिक तौर पर तैयार हैं।

“मुझे लगता है मैं इस समय अपने सर्वश्रेष्ठ दौर से गुज़र रहा रहूं। साउथ ऑस्ट्रेलिया के लिए मैं नंबर-3 पर बल्लेबाज़ी ज़रूर कर रहा लेकिन ये सलामी बल्लेबाज़ी से अलग नहीं है। आप पहले ओवर में भी बल्लेबाज़ी के लिए आ सकते हैं, मैं अपनी तैयारी भी नई गेंद से ही करता हूं लिहाज़ा मुझे लगता है कि मैं इसके लिए तैयार हूं।”

ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं की नज़र इन दो मुक़ाबलों पर है, जो मैके और मेलबर्न में खेला जाना है। इन दोनों मुक़ाबलों में जो अच्छा करेगा उसे भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में खेलने का मौक़ा मिल सकता है, लिहाज़ा ये कहना ग़लत नहीं होगा कि ख़्वाजा के नए साझेदार का फ़ैसला इन्ही दो मुक़ाबलों में चार बल्लेबाज़ों के बीच तय हो सकता है।

–आईएनएस

आरआर/

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