केरल में ऑर्गन ट्रैफिकिंग का मामला तूल पकड़ रहा है। वहीं अब इस मामले में शामिल अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी नेटवर्क के कथित मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने ये जानकारी दी है। बताया जा रहा है, 41 साल का बल्लमकोंडा राम प्रसाद इस मामले का मास्टरमाइंड है और ये हैदराबाद के एक होटल में छिपा हुआ था।
किडनी को लेकर होता था लेन-देन
राम प्रसाद आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा का निवासी है, इसे प्रतापन के नाम से भी जाना जाता है, इसे केरल पुलिस की विशेष जांच टीम ने गिरफ्तार किया है।
बता दें कि आंध्र निवासियों के माध्यम से किडनी ट्रांसप्लांट से संबंधित लेन-देन किया गया है। दावा किया गया कि प्रतापन सबसे पहले अपनी किडनी दान करने के लिए अंग तस्करी माफिया के संपर्क में आया था,लेकिन कुछ बीमारियों से पीड़ित होने के कारण उसका अंग नहीं लिया गया।
ईरान से चल रहा था संपर्क
बाद में फिर वह एक ग्रुप में शामिल हो गया, और उस ग्रुप का मुख्य व्यक्ति बन गया। सोशल मीडिया के माध्यम से अंग प्राप्तकर्ताओं (Organ Recipients) से संपर्क किया, पुलिस ने इसका दावा किया है। बताया जा रहा है, भारत से दानदाताओं को ईरान भेजा जाता है, जहां उन्हें सबिथ नासर नामक व्यक्ति प्राप्त करता है। सबिथ नासर पहले से ही पुलिस हिरासत में है।
वहीं अंग दान करने के बाद, दानदाताओं को नासर द्वारा भारत वापस भेज दिया गया। नसर और प्रतापन के अलावा, पुलिस ने साजिथ श्याम नामक व्यक्ति को भी पकड़ा है, जिस पर गिरोह के पैसे को नियंत्रित करने का संदेह है।
त्रिशूर जिले के वलप्पाडु के रहने वाले नासर को केंद्रीय एजेंसियों से मिली सूचना के बाद दो हफ्ते पहले कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (सीआईएएल) से हिरासत में लिया गया था।