सीएम सैनी बाढ़ को लेकर संवेदनशील, बाढ़ प्रभावितों को मिल रही मदद: मनोहर लाल खट्टर

करनाल, 14 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को करनाल के कर्ण कमल में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने हरियाणा में बाढ़ राहत, पटाखों पर प्रतिबंध और भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच जैसे मुद्दों पर अपनी राय रखी।
विपक्ष और किसान नेताओं द्वारा हरियाणा के लिए बाढ़ राहत पैकेज की मांग पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सभी पार्टियां और संस्थाएं जनहित में काम करती हैं और उनकी सराहना होनी चाहिए। देश के कई राज्यों में बाढ़ ने भारी नुकसान पहुंचाया है, जिसमें पंजाब और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य शामिल हैं, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दौरा किया है।
उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा में नुकसान अपेक्षाकृत कम है, फिर भी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रभावित किसानों और अन्य नुकसानों की भरपाई का आश्वासन दिया है। हरियाणा सरकार हमेशा अन्य राज्यों से अधिक सहयोग करती है और इस बार भी योजना के तहत पूरा सहयोग किया जाएगा।
पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि प्रदूषण कम करना सभी संस्थाओं का प्रमुख उद्देश्य है। पटाखों से प्रदूषण और देर रात तक उनके उपयोग से बच्चों की पढ़ाई में बाधा जैसे मुद्दों को ध्यान में रखकर नियम बनाए जाते हैं।
उन्होंने कहा, “ये निर्णय स्थानीय प्रशासन लेता है। सुप्रीम कोर्ट ने किस संदर्भ में क्या कहा, इस पर मैं टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन व्यापारियों की चिंता अपने व्यापार को लेकर जायज है।”
विपक्ष द्वारा भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर उठाए जा रहे सवालों पर मनोहर लाल खट्टर ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विपक्ष को आरोप लगाने से पहले आत्ममंथन करना चाहिए।
उन्होंने पहलगाम हमले पर भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह कोई छोटा कदम नहीं है। भारत ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि आतंकवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
क्रिकेट मैच के संदर्भ में उन्होंने कहा, “खेल का अपना अनुशासन होता है। यह मैच पाकिस्तान में नहीं, बल्कि दुबई में हो रहा है। दोनों टीमें खेल भावना के साथ मैच खेल रही है।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत पड़ोसियों से रिश्ते सुधारने के खिलाफ नहीं है, बशर्ते शर्तें पूरी हों। आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पीओके को भारत को वापस लौटना होगा। अगर पाकिस्तान इन शर्तों का पालन करता है, तो रिश्ते बनाने में कोई बुराई नहीं है।
–आईएएनएस
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