मनमोहन सिंह को जीवित रहते सम्मान नहीं मिला, अब निधन के बाद भी कांग्रेस कर रही राजनीति : सुधांशु त्रिवेदी

मनमोहन सिंह को जीवित रहते सम्मान नहीं मिला, अब निधन के बाद भी कांग्रेस कर रही राजनीति : सुधांशु त्रिवेदी

मुंबई, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और उनके स्मारक पर हो रही राजनीति पर कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा, डॉ. मनमोहन सिंह के जीवित रहते कांग्रेस ने उनको सम्मान नहीं दिया, अब उनके निधन के बाद कांग्रेस राजनीति कर रही है।

भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने आईएएनएस से कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार पर पूरा देश शोकाकुल है। पूरे देश की इच्छा है कि उनको सम्मानपूर्वक गरिमापूर्ण स्थान मिले। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र सरकार ने ये निर्णय लिया है कि मनमोहन सिंह के सम्मान में स्मारक स्थल बने। स्मारक बनाने के लिए तमाम प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा। इन सभी बातों की जानकारी देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बता दिया है।”

इस दुखद मौके पर कांग्रेस की तरफ से दुर्भाग्यपूर्ण राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “सभी को पता है कि जब डॉ. मनमोहन सिंह जीवित थे तब उन्हें कांग्रेस की तरफ से उचित सम्मान नहीं मिला और अब उनके निधन के बाद राजनीति हो रही है। उन्होंने 10 साल तक देश का नेतृत्व किया। पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के साथ कांग्रेस ने क्या किया, यह भी सबको पता है। यह कांग्रेस की फितरत रही है कि गांधी परिवार के बाहर की किसी भी नेता को उपयुक्त सम्मान नहीं दिया जाता है। सरदार वल्लभभाई पटेल, लाल बहादुर शास्त्री, नरसिम्हा राव, प्रणब मुखर्जी, इसके उदाहरण हैं।”

प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी के आरोप कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने शोक सभा तक नहीं बुलाई, इस पर भाजपा नेता ने कहा, “उन्होंने जो कहा वह इस बात को प्रमाणित करता है कि कांग्रेस ने प्रणब मुखर्जी, पीवी नरसिम्हा राव को उचित सम्मान नहीं दिया। इसके ठीक विपरीत पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार ने दलगत भावना से ऊपर उठकर सभी महान लोगों का सम्मान किया जिन्होंने देश का नाम रोशन किया।”

उन्होने कहा, “हमारी सरकार ने कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं मदन मोहन मालवीय, पीवी नरसिम्हा राव और प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न दिया। इतना ही नहीं कांग्रेस के कई नेताओं को पद्म पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा रहा है। दुख की बात यह है कि यह सभी को पता है कि डॉ. मनमोहन सिंह के जीवन काल में उनके साथ कैसा बर्ताव किया गया और अब उनकी मौत के बाद राजनीति हो रही है।”

उत्तर प्रदेश के संभल में मंदिर-मस्जिद मुद्दे को लेकर भाजपा नेता ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्देश दे दिया है, सभी को उसके निर्णय का पालन करना चाहिए।

विपक्षी महागठबंधन ‘इंडिया ब्लॉक’ के दलों में आ रही दरार को लेकर उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में चुनाव के तुरंत बाद ‘महाविकास आघाड़ी’ में जो बेमेल दिखाई दिया, उसमें शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के बीच मतभेद खुलकर सामने आए हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों एक दूसरे के प्रति अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि विपक्षी गठबंधन जो 2024 के शुरुआत में ख्वाब बना रहा था, साल के अंत में टूटता नजर आ रहा है।”

–आईएएनएस

एससीएच/सीबीटी

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