महाराष्ट्र: 4.4 करोड़ रुपए के चीनी पटाखों की तस्करी का भंडाफोड़


लखनऊ, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की मुंबई क्षेत्रीय इकाई ने अपनी चल रही पहल, ‘ऑपरेशन फायर ट्रेल,’ के तहत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए भारत में अवैध चीनी मूल के पटाखों की तस्करी के प्रयास को सफलतापूर्वक विफल कर दिया है।

इस अभियान के परिणामस्वरूप न्हावा शेवा बंदरगाह (जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह) पर अनुमानित 4.4 करोड़ रुपए मूल्य का प्रतिबंधित सामान जब्त किया गया।

विस्तृत खुफिया जानकारी एकत्र करने के बाद, डीआरआई अधिकारियों ने एक संदिग्ध 40 फुट लंबे कंटेनर की पहचान की, जिसके बारे में बताया गया कि उसमें चीन से ‘कांच की बोतलें’ लाई जा रही थीं।

शिपमेंट के आगे के विश्लेषण से खतरे की घंटी बजी, जिससे माल के भीतर खतरनाक सामान छिपाने की कोशिश का संकेत मिला।

डीआरआई टीम ने न्हावा शेवा बंदरगाह पर कंटेनर की जांच की, जिसके परिणामस्वरूप कांच की बोतलों की एक ऊपरी परत के पीछे छिपे 29,340 चीनी पटाखे बरामद हुए।

यह भ्रामक छिपाने की रणनीति पता लगने से बचने के लिए बनाई गई थी, जिसमें पटाखों को वैध माल के रूप में छिपाया गया था। जब्त किए गए सामान की कुल कीमत लगभग 4.4 करोड़ रुपए है।

विदेश व्यापार नीति के आईटीसी (एचएस) वर्गीकरण के तहत पटाखों का आयात ‘प्रतिबंधित’ है, जिसके लिए विस्फोटक नियम, 2008 के तहत विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) और पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीईएसओ) दोनों से विशिष्ट लाइसेंसिंग आवश्यकताएं हैं।

खतरनाक सामग्रियों का अवैध आयात सार्वजनिक सुरक्षा, बुनियादी ढांचे और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर जोखिम पैदा करता है।

केवल अक्टूबर 2025 में, डीआरआई एमजेडयू ने लगभग 16 करोड़ रुपए मूल्य के अवैध रूप से आयातित पटाखे जब्त किए हैं।

यह सफल अभियान अवैध व्यापार गतिविधियों से निपटने, तस्करी नेटवर्क को ध्वस्त करने और भारत की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डीआरआई की निरंतर प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

–आईएएनएस

एससीएच/डीकेपी


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