लुफ्थांसा ने हैदराबाद से फ्रैंकफर्ट के लिए डायरेक्ट फ्लाइट की शुरू

लुफ्थांसा ने हैदराबाद से फ्रैंकफर्ट के लिए डायरेक्ट फ्लाइट की शुरू

हैदराबाद, 17 जनवरी (आईएएनएस)। जीएमआर हैदराबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (जीएमआरएचआईएएल) ने लुफ्थांसा एयरलाइंस के साथ साझेदारी में बुधवार को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट के लिए सीधी उड़ान शुरू करने की घोषणा की।

जीएमआरएचआईएएल ने कहा, यह हैदराबाद को दुनिया से जोड़ने और व्यापार, यात्रा और वाणिज्य के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में अपनी स्थिति को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार और शनिवार को पांच साप्ताहिक उड़ानें होंगी।

फ्लाइट एलएच753 हैदराबाद से 01:55 बजे प्रस्थान करेगी और 07:05 बजे फ्रैंकफर्ट पहुंचेगी। वापसी फ्लाइट एलएच752 फ्रैंकफर्ट से 10:55 बजे प्रस्थान करेगी और 23:55 बजे हैदराबाद पहुंचेगी।

हवाई अड्डा संचालक के अनुसार, हाल के वर्षों में, भारत से उत्तरी अमेरिका जाने वाले 40 प्रतिशत यात्रियों ने पारगमन केंद्र के रूप में यूरोपीय हवाई अड्डों को चुना।

लुफ्थांसा की उड़ानों का सुविधाजनक समय इस प्रवृत्ति के साथ पूरी तरह से मेल खाता है, जो कुशल आगे के कनेक्शन की पेशकश करता है।

जीएमआरएचआईएएल के सीईओ प्रदीप पणिक्कर ने कहा, ”इस कनेक्टिविटी से फ्रैंकफर्ट को ट्रांजिट प्वाइंट के रूप में या अवकाश यात्राओं के लिए आने वाले यात्रियों को लाभ होगा और फ्रैंकफर्ट के माध्यम से यूरोप, अमेरिका, कनाडा और दक्षिण अमेरिका में कई डेस्टिनेशन्स खुलेंगे। अपने यात्रियों को हैदराबाद शहर से ग्लोबल डेस्टिनेशन्स से जोड़ना हमारी प्राथमिकता रही है। यह उस दिशा में एक कदम है और हैदराबाद हवाई अड्डे के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।”

लुफ्थांसा समूह के दक्षिण एशिया के वरिष्ठ निदेशक जॉर्ज एटियिल ने कहा, ”अपनी नई हैदराबाद-फ्रैंकफर्ट सर्विस के साथ अब हम भारतीय यात्रियों को यूरोप में हमारे केंद्रों के लिए 64 वीकली फ्लाइट्स और कॉन्टिनेंट के सबसे बड़े नेटवर्क के लिए कनेक्शन प्रदान करते हैं।”

उन्होंने कहा, “पिछले तीन महीनों में हमने सबकॉन्टिनेंट से यूरोप तक दो नए रुट्स शुरू किए हैं, जिससे लुफ्थांसा ग्रुप के लिए भारत का मजबूत महत्व प्रदर्शित होता है।”

जनवरी और अक्टूबर 2023 के बीच, लगभग चार लाख यात्रियों ने हैदराबाद से यूरोप की यात्रा की, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 39 प्रतिशत की वृद्धि है।

–आईएएनएस

पीके/एबीएम

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