लखनऊ, 6 अप्रैल (आईएएनएस) आईपीएल 2024 के 21वें मैच में लखनऊ सुपर जॉयंट्स का सामना गुजरात टाइटंस से रविवार शाम को होने वाला है। इन दोनों टीमों के बीच अब तक चार मैच खेले गए हैं और सभी में गुजरात को जीत मिली है। लखनऊ की टीम इस आंकड़े को बदलने की पूरी कोशिश करेगी क्योंकि यह मैच उनके घरेलू मैदान पर खेला जाना है। आइए जानते हैं वे आंकड़े जिनका इस मैच में असर देखने को मिल सकता है।
राशिद ख़ान से बचना होगा लखनऊ वालों को
राशिद ख़ान ने गुजरात के लिए लगातार शानदार प्रदर्शन किया है और ख़ास तौर से लखनऊ के ख़िलाफ़ तो वह कमाल की गेंदबाज़ी करते आए हैं। केएल राहुल, दीपक हुड्डा, देवदत्त पड़िकल और क्रुणाल पांड्या को राशिद तीन-तीन बार आउट कर चुके हैं। क्विंटन डिकॉक को भी उन्होंने दो बार पवेलियन का रास्ता दिखाया है। राशिद के ख़िलाफ़ राहुल का औसत 11.7 और स्ट्राइक-रेट 85.4 का रहा है। केवल डिकॉक (104.3) ही राशिद के ख़िलाफ़ 100 या उससे अधिक की स्ट्राइक-रेट से रन बना सके हैं।
लीग के दो सबसे बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमणों की होगी भिड़ंत
लखनऊ के तेज़ गेंदबाज़ों ने 2022 से अब तक 24.8 की औसत से 130 विकेट हासिल किए हैं। लखनऊ के तेज़ गेंदबाज़ों ने इस अवधि में दूसरे सबसे अधिक विकेट लिए हैं और उनका औसत भी सबसे अच्छा रहा है। दूसरी ओर गुजरात के तेज़ गेंदबाज़ों ने भी 2022 से अब तक 160 विकेट लिए हैं और उनका औसत 26.1 रहा है। गुजरात के तेज़ गेंदबाज़ सर्वाधिक विकेट लेने वाले रहे हैं और औसत के मामले में भी वे दूसरे नंबर पर हैं। दो बेस्ट तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण वाली टीमें जब भिड़ेंगी तो टक्कर बेहतरीन होने की उम्मीद है।
लखनऊ को पहले बल्लेबाज़ी तो वहीं गुजरात को गेंदबाज़ी है पसंद
लखनऊ की टीम को पहले बल्लेबाज़ी करना भाता है क्योंकि इससे उनके जीत का प्रतिशत बढ़ता है। लखनऊ ने 2022 से अब तक पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 15 में से 13 मैच जीते हैं और उनका जीत प्रतिशत 86.6 रहा है। स्कोर का पीछा करते हुए लखनऊ को 16 में से 11 मैचों में हार मिली है और उनका जीत प्रतिशत 31.2 का हो जाता है। दूसरी ओर गुजरात को पहले गेंदबाज़ी करने में अधिक सफलता मिली है। गुजरात ने स्कोर का पीछा करते हुए 20 में से 15 मैच जीते हैं और उनका जीत प्रतिशत 75 रहा है। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए उन्हें 17 में से सात मैचों में हार मिली है और उनका जीत प्रतिशत 58.8 रहा है।
नूर बन सकते हैं बड़ा खतरा
लखनऊ के टॉप-7 में कम से कम चार बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के होने की उम्मीद है। गुजरात के बाएं हाथ के कलाई स्पिनर नूर अहमद इन बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। आईपीएल करियर में नूर ने दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ 15 पारियों में 8.15 की इकॉनमी से रन खर्च किए हैं और 10 विकेट अपने नाम किए हैं। दूसरी ओर बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ उनकी इकॉनमी 7.26 की रही है और नौ बार उन्हें विकेट मिला है। दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ नूर का औसत 29.5 का है तो वहीं बाएं हाथ के ख़िलाफ़ घटकर 15.3 का हो जाता है।
–आईएएनएस
आरआर/