लीबिया ने त्रिपोली के डिटेंशन सेंटर से 24 शरणार्थियों को रिहा किया : संयुक्त राष्ट्र


त्रिपोली, 12 फरवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी यूएनएचसीआर ने कहा कि लीबियाई अधिकारियों ने त्रिपोली स्थित एक डिटेंशन सेंटर से महिलाओं और बच्चों सहित 24 शरणार्थियों को रिहा कर दिया है।

यूएनएचसीआर ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि शरणार्थियों को दक्षिणी त्रिपोली में अबुसलीम डिटेंशन सेंटर से रिहा किया गया। एजेंसी ने रिहा किए गए व्यक्तियों को पंजीकृत किया और उन्हें चिकित्सा सहायता, कंबल, कपड़े और व्यक्तिगत देखभाल की वस्तुओं सहित सहायता प्रदान की। बयान में कहा गया कि कुछ को अस्थायी आश्रय मिलेगा।

यूएनएचसीआर ने कहा कि वह हिरासत में लिए गए सभी शरणार्थियों और शरण चाहने वालों, विशेष रूप से सबसे कमजोर लोगों की रिहाई के लिए लीबिया के अधिकारियों के साथ काम कर रहा है। इसके अलावा, लीबिया के आंतरिक मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि उसने नाइजीरियाई प्रवासियों के एक समूह को स्वेच्छा से उनके देश में डिपोर्ट कर दिया है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2011 में मुअम्मर गद्दाफी के पतन के बाद से लीबिया असुरक्षा और अराजकता से ग्रस्त है। इसके कारण कई प्रवासी, मुख्य रूप से उप-सहारा अफ्रीका से, खतरनाक समुद्री मार्ग से यूरोप जाने का प्रयास कर रहे हैं।

अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) ने बताया कि इस वर्ष 3,188 प्रवासियों को समुद्र में रोका गया और उन्हें लीबिया वापस भेजा गया। आईओएम ने मध्य भूमध्य सागर मार्ग पर 62 प्रवासियों की मौत का भी डॉक्यूमेंटेशन किया।

लीबिया के आंतरिक मंत्री इमाद अल-तरबेल्सी ने रविवार को कहा कि लीबिया प्रवासियों को बसाने से इनकार करता है और संभावित जबरन डिपोर्ट की चेतावनी दी।

मंत्रालय के फेसबुक पेज पर प्रकाशित एक बयान में अल-तरबेल्सी ने कहा कि लीबिया में 30 लाख से अधिक अवैध प्रवासी हैं, जो इसे “अवैध प्रवास प्रवाह से सबसे अधिक प्रभावित देश बनाता है”।

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय स्वैच्छिक वापसी कार्यक्रमों का समर्थन करने में विफल रहता है, तो लीबिया जबरन निर्वासन का सहारा ले सकता है।

–आईएएनएस

एससीएच/एकेजे


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