कानपुर में पनकी थाने की पुलिस ने आचार संहिता उल्लंघन पर सपा नेता सम्राट विकास यादव को हिरासत में ले लिया। इस पर सपा और कांग्रेसी नेता भड़क गए और थाने का घेराव करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। फिलहाल, सपा नेता के खिलाफ अर्मापुर थाने में आचार संहिता का उल्लंघन और सरकारी काम में बाधा की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
पनकी थाने के बाहर हंगामा-बवाल के चलते भारी फोर्स तैनात कर दी गई है। मामले की जानकारी मिलते ही इंडिया गठबंधन के नेता सपा विधायक अमिताभ बाजपेई और कानपुर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी आलोक मिश्रा सैकड़ों समर्थकों के साथ पनकी थाने पहुंच गए। थाने का घेराव करते हुए थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गए।
इसके बाद पुलिस विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान विधायक अमिताभ बाजपेई ने थाने में पुलिस को खुली चुनौती दे डाली। उन्होंने कहा कि डीसीपी की औकात हो, तो रामनवमी में कार्रवाई करके दिखाएं। सुरक्षा को देखते हुए सर्किल फोर्स और पीएसी पनकी थाने के बाहर तैनात कर दी गई है।
पुलिस ने सख्ती से बैनर को हटवा दिया
घंटों हंगामे के बाद सम्राट विकास को थाने से छोड़ा गया। डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि अर्मापुर ईदगाह पर सुबह नमाज के दौरान सपा नेता सम्राट विकास यादव ने पानी का स्टॉल लगाया था। इस स्टॉल पर विकास ने अपना राजनैतिक बैनर भी लगा दिया था। आचार संहिता उल्लंघन के चलते पुलिस ने सख्ती से बैनर को हटवा दिया।
मुस्लिम समाज को भड़काने का भी आरोप
आरोप है कि इससे आक्रोशित सपा नेता ने हंगामा शुरू कर दिया। रोक के बावजूद मुस्लिम समुदाय के लोगों को सड़क पर नमाज पढ़ने के लिए भड़काने लगे। जिससे वहां पर माहौल खराब हो जाए। अर्मापुर थाने की पुलिस ने मौके से सम्राट विकास हो हिरासत में लिया। थाने का घेराव और हंगामा की आशंका पर उन्हें पनकी थाने में रखा गया।