कानपुर के किदवईनगर में सातवीं की छात्रा की फोटो लगाकर पड़ोसी किशोरी ने अपनी सहेलियों संग मिलकर फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाई। अज्ञात लड़कों से चैटिंग शुरू कर दी। लड़कों ने आईडी पर लगी छात्रा की तस्वीर के आधार पर उसे स्कूल आते जाते परेशान करना शुरू कर दिया। छात्रा की शिकायत पर जब परिजनों ने एक लड़के को पकड़ा तो मामला खुला। छात्रा की मां ने तीन किशोरियों समेत चार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
किदवईनगर निवासी फार्मा कंपनी के कर्मचारी की बेटी इलाके के स्कूल में सातवीं की छात्रा है। पड़ोस में रहने वाली किशोरी भी उसी स्कूल में पढ़ती है। छात्रा की मां ने पुलिस को बताया कि कुछ दिनों से बेटी को स्कूल आते-जाते समय कुछ लड़के परेशान कर रहे थे। एक लड़के को पकड़ा गया तो उसने बताया कि इंस्टाग्राम पर चैटिंग हुई थी। इसलिए मिलने आया था। अकाउंट चेक किया तो पता चला कि बेटी के नाम से फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया गया है।
आसपास पूछताछ से पता चला कि उसी स्कूल में ही पढ़ने वाली आठवीं की पड़ोसी छात्रा ने अपनी दो अन्य सहेलियों के साथ मिलकर बेटी का फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया। उसे बदनाम करने के लिए अज्ञात लड़कों से बातचीत कर उन्हें मिलने के लिए बुलाया था। पीड़ित छात्रा की मां की तहरीर पर किदवईनगर थाना पुलिस ने तीन किशोरियों और एक लड़के को आरोपी बनाया है। किदवईनगर थाना प्रभारी बहादुर सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट, छेड़छाड़ की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
किशोरियों के परिजनों ने मुंह बंद रखने का बनाया दबाव
पीड़ित छात्रा की मां ने बताया कि जब उन्होंने किशोरियों के परिजनों से शिकायत की तो उन्होंने मुंह बंद रखने का दबाव बनाया। कहीं शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद वह किदवईनगर थाने पहुंची थीं, लेकिन वहां भी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद सीपी कार्यालय में गुहार लगाई, तब पुलिस ने रिपोर्ट दर्जकर जांच शुरू की।