भारत की जीडीपी को बढ़ाने के लिए कृषि-तकनीक को तेजी से अपनाना होगा : जितेंद्र सिंह

नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस) केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सोमवार को कहा कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि में प्रौद्योगिकी ने तेजी से प्रगति की है। साथ ही उन्होंने अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाने और हितधारकों के बीच अधिक तालमेल को बढ़ावा देकर कृषि क्षेत्र में व्यापक बदलाव का आह्वान किया।
राष्ट्रीय राजधानी स्थित एनएएससी कॉम्प्लेक्स में आईसीएआर सोसायटी की 96वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि जमीनी स्तर पर इसकी की पूरी क्षमता का अभी भी उपयोग नहीं किया गया है।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में बोलते हुए डॉ. सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि विश्व स्तर पर उपलब्ध प्रत्येक प्रौद्योगिकी अब भारत में भी उपलब्ध है।
उन्होंने कहा, “अब यह बात मायने नहीं रखती कि तकनीक उपलब्ध है या नहीं। अब यह महत्वपूर्ण है कि हम इसे कितनी तेजी से अपनाते हैं और इसे अपनी अर्थव्यवस्था में जोड़ने के लिए कैसे इसका इस्तेमाल करते हैं।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि में प्रौद्योगिकी ने तेजी से प्रगति की है। यद्यपि जमीनी स्तर पर इसकी पूरी क्षमता का दोहन होना अभी बाकी है।”
इस अवसर पर डॉ. सिंह ने जम्मू-कश्मीर में लैवेंडर क्रांति जैसी सफलता की कहानियों की ओर इशारा किया, जहां लैवेंडर की खेती के इर्द-गिर्द 3,500 से ज्यादा स्टार्टअप उभरे हैं।
डॉ. सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे नए जमाने की खेती, जिसमें सैटेलाइट इमेजिंग, रिमोट-कंट्रोल ट्रैक्टर और ऑर्डर-आधारित फसल उत्पादन आदि शामिल हैं, कृषि को नया आकार दे रही है।
उन्होंने कहा, “भद्रवाह में लैवेंडर से लेकर मंदिर में चढ़ावे के लिए उगाए जाने वाले ऑफ-सीजन ट्यूलिप (फूल) जैसे अनेक उदाहरण हमारे पास हैं, जहां विज्ञान और रणनीति ने मिलकर आय और नवाचार दोनों पैदा किए हैं।”
–आईएएनएस
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