जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव : पुश्तैनी गांदरबल सीट पर उमर अब्दुल्ला ने किया चुनाव-प्रचार

जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव : पुश्तैनी गांदरबल सीट पर उमर अब्दुल्ला ने किया चुनाव-प्रचार

गांदरबल (जम्मू-कश्मीर), 7 सितंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के मद्देनजर नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने अपने चुनाव क्षेत्र गांदरबल का दौरा किया।

गांदरबल विधानसभा क्षेत्र के पीरपोरा, कचन, वाकुरा, बटविना, सफापोरा और बीहामा गांदरबल में आयोजित कई जनसभाओं को उमर अब्दुल्ला ने संबोधित किया। इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “आपके मुद्दे दिल्ली सरकार कभी हल नहीं कर सकती। आपके मुद्दे स्थानीय सरकार हीं हल करेगी। फिर भी यदि आपको शक है तो शुक्रवार को ही देश के गृहमंत्री ने इस मुद्दे पर दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है।”

बता दें कि गांदरबल विधान सभा सीट उमर अब्दुल्ला की पुश्तैनी विधानसभा सीट रही है। इस सीट से उमर अब्दुल्ला के दादा शेख अब्दुल्ला और उसके बाद उनके पिता फारूक अब्दुल्ला विधायक रह चुके हैं। ज्ञात हो, इससे पहले एक चुनावी सभा में उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा था कि भाजपा के शासन में मुसलमानों को दबाया जाता है।

उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में मुसलमानों के घरों और दुकानों पर रोज बुलडोजर चलाए जाने का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है, जहां इसे गैरकानूनी बताया गया है। यूपी में हमारे मस्जिदों-मदरसों पर ताले लगाए जा रहे हैं। असम में भाजपा की हुकूमत में हर बार मुसलमानों को जलील करने की कोशिश की जाती है। मुसलमान जब इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं, जब मुसलमानों का जनसैलाब आता है, तो उन्हें जिहादी कहा जाता है।

उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार मुसलमानों को दबाना चाहती है। उन्होंने कहा, “कर्नाटक में जब भाजपा की हुकूमत होती है, तब हमारी मां-बहनों को कहा जाता है कि पहले हिजाब उतारो फिर स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में जाओ। हमें वैसी ताकत से जम्मू कश्मीर को बचाना है, जो यहां भी वैसी हालात पैदा करना चाहते हैं, जो हमारी आवाज को दबाना चाहते हैं।”

निर्दलीय उम्मीदवारों पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा था कि इसका मकसद सिर्फ यह है कि वह 10-15 सीटें जीतकर भाजपा की झोली में डालें। इन निर्दलीय उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने का सारा बंदोबस्त भाजपा से हो रहा है। हमें इन ताकतों से बचना होगा।

–आईएएनएस

पीएसएम/जीकेटी

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