स्कूलों, कॉलेजों एवं युनिवर्सिटियों में खिलाड़ियों को खेल सुविधाएं उपलब्ध कराना ज़रूरी

स्कूलों, कॉलेजों एवं युनिवर्सिटियों में खिलाड़ियों को खेल सुविधाएं उपलब्ध कराना ज़रूरी

नई दिल्ली, 15 दिसम्बर (आईएएनएस) विशेषज्ञों ने कहा है कि खेल स्वास्थ्य, शिक्षा पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न कर अर्थव्यवस्था के विकास में भूमिका निभाते हैं। इसके लिए स्कूलों, कॉलेजों एवं युनिवर्सिटियों में खिलाड़ियों को खेल सुविधाएं उपलब्ध कराना ज़रूरी है।

नई दिल्ली के प्रगति मैदान में स्पोर्ट इंडिया एक्सपो 2023 जारी है। तीन दिवसीय विशाल प्रदर्शनी का आयोजन 10,000 वर्गमीटर क्षेत्रफल में किया जा रहा है और उम्मीद है कि तीनों दिन स्पोर्ट्स वैलफेयर, स्पोर्ट्स युनिवर्सिटीज़, स्पोर्ट्स फेडरेशन, हेल्थ एवं फिटनैस इंडस्ट्री से 20,000 से अधिक आगंतुक यहां पहुंचेंगे। प्रदर्शनी बी2सी और बी2बी दोनों तरह के बिज़नसेज़ के लिए खुली है। भारत के सभी राज्यों से बॉडीबिल्डिंग चैम्पियनशिप ‘फिटनैस इंडिया क्लासिक 2023’ में बड़ी संख्या में एथलीटों ने हिस्सा लिया। महिला एथलीट भी बढ़चढ़कर प्रतियोगिता में शामिल हुईं।

आज सातवें नेशनल कॉन्फ्रैन्स ऑन स्पोर्ट्स साइन्सेज़ का समापन समारोह हुआ, जिसका आयोजन फिज़िकल एजुकेशन फाउन्डेशन ऑफ इंडिया द्वारा भारत सरकार के खेल मंत्रालय के सहयोग से किया गया था। कार्यक्रम में मौजूद गणमान्य अतिथियों में सतीश उपाध्याय, वाईस चेयरमैन, एनडीएमसी, नई दिल्ली; आशीष भार्गव, , डायरेक्टर जनरल, नेशनल एंटी-डोपिंग एजेन्सी; डॉ ए.के. बंसल, द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता- हॉकी; स्वदेश कुमार, संस्थापक, स्पोर्ट्स इंडिया शामिल थे ।

इस बीच देश में खेलों की बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर समिट (एसआईएस 2023) का आयोजन भी किया रहा है। ऐसा करके भारत को दुनिया में खेल शक्ति के रूप में स्थापित किया जा सकता है। खेल स्वास्थ्य, शिक्षा पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न कर अर्थव्यवस्था के विकास में भूमिका निभाते हैं। इसके लिए स्कूलों, कॉलेजों एवं युनिवर्सिटियों में एथलीट्स को खेल सुविधाएं उपलब्ध कराना ज़रूरी है।

इस अवसर पर स्पोर्ट्स इन्फ्रा इन इंडिया- प्रॉबलम एण्ड सोल्युशन विषय पर एक पैनल चर्चा भी हुई। पैनल पर मौजूद दिग्गजों ने बताया कि कैसे कॉर्पोरेट्स भारतीय स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर की ज़रूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

इस अवसर पर सतीश उपाध्याय ने कहा, ‘‘हाल ही के वर्षों में भारत में स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में उल्लेखनीय विकास हुआ है। जिसका खेलों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर को शहरी नियोजन का अभिन्न हिस्सा माना जाना चाहिए, ताकि खेलों के लिए उचित संसाधन उपलब्ध कराने के लिए बजट तय किया जाए।’’

स्वदेश कुमार ने कहा, ‘‘स्पोर्ट इंडिया के हर संस्करण में हम दुनिया के सबसे बड़े स्पोर्ट्स ब्राण्ड्स, स्पोर्ट्स उद्योग के तकनीकी इनोवेशन्स तथा देशी-विदेशी संगठनों से इंस्ट्रक्टर्स, कोच, एथलीट्स एवं हज़ारों खेल प्रशंसकों को एक ही मंच पर लेकर आते हैं। यह आयोजन ब्राण्ड पारदर्शिता एवं रिश्तों के निर्माण द्वारा बड़ी संख्या में दर्शकों को अवसर उपलब्ध कराता है।’’

–आईएएनएस

आरआर

E-Magazine