स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए हमारा आत्मनिर्भर होना जरूरी : अफ्रीका सीडीसी

अदीस अबाबा, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। अफ्रीका में सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों में “उछाल” के मद्देनजर अफ्रीका रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (अफ्रीका सीडीसी) ने अफ्रीकी देशों से उभरती और मौजूदा सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने के लिए घरेलू स्तर पर फंडिंग सिस्टम को मजबूत करने का आह्वान किया है।
अफ्रीका सीडीसी ने दो नवीनतम रिपोर्ट्स – ‘अफ्रीका सीडीसी वार्षिक रिपोर्ट 2024’ और ‘अफ्रीका के स्वास्थ्य वित्तपोषण में एक नए युग की रिपोर्ट’ में यह आह्वान किया, दोनों ही गुरुवार को जारी की गई हैं।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, दोनों रिपोर्ट्स में उन चुनौतियों की सूची दी गई है जो सार्वजनिक स्वास्थ्य में महाद्वीप की दशकों की प्रगति को पलट कर रख सकती हैं।
अफ्रीकी संघ की विशेष स्वास्थ्य सेवा एजेंसी के डेटा से पता चलता है कि पिछले 24 महीनों में, महाद्वीप ने “सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों में जबरदस्त उछाल” देखा है, जो लगभग 41 प्रतिशत बढ़ा है। जहां विभिन्न रोगों का प्रकोप 2022 में 152 था वहीं 2024 में ये 213 हो गया।
कहा गया कि रोग प्रकोपों में वृद्धि ने “पहले से ही कमजोर स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी दबाव डाला है, कमजोरियों को उजागर किया है और ये भी दर्शाया कि समय पर और प्रभावी तरीके से निपटने में हम (अफ्रीका) बेहद कमजोर है।”
अफ्रीका सीडीसी ने कहा कि अफ्रीका का स्वास्थ्य क्षेत्र वित्तीय संकट का सामना कर रहा है, जो 2021 से 2025 तक आधिकारिक विकास सहायता में 70 प्रतिशत की तीव्र गिरावट के कारण है। इसने नोट किया कि महाद्वीप की बाहरी निर्भरता के कारण स्थिति और खराब हो गई है, जिसमें 90 प्रतिशत से अधिक टीके, दवाएं और निदान बाहरी स्रोतों से प्राप्त किए जाते हैं।
अफ्रीका सीडीसी ने अपनी स्वास्थ्य वित्तपोषण रिपोर्ट में कहा, ” अफ्रीका सीडीसी का अनुमान है कि निर्णायक कार्रवाई के बिना, महाद्वीप दो दशकों की स्वास्थ्य क्षेत्र में हुई प्रगति को पलट सकता है। स्वास्थ्य और आर्थिक झटकों के कारण 2030 तक कुल 39 मिलियन और अफ्रीकी गरीबी में धकेले जा सकते हैं।”
महाद्वीप की सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने की अपनी प्रतिबद्धता के मद्देनजर, अफ्रीका सीडीसी ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में छह रणनीतिक प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में उपलब्धियों को रेखांकित किया।
इन प्राथमिकताओं में एकीकृत स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करना, स्वास्थ्य उत्पादों के स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देना, प्रारंभिक चेतावनी और निगरानी प्रणालियों को बढ़ाना, राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों को मजबूत करना, प्रयोगशाला प्रणालियों और नेटवर्क में सुधार करना, साथ ही स्वास्थ्य खतरों के लिए मजबूत आपातकालीन तैयारी और प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना शामिल है।
रिपोर्ट में 2024 में प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों में अफ्रीका सीडीसी की “महत्वपूर्ण भूमिका” पर प्रकाश डाला गया, जिसमें 20 से अधिक अफ्रीकी देशों को प्रभावित करने वाले एमपॉक्स प्रकोप और रवांडा में मारबर्ग वायरस रोग से निपटने के लिए किए गए प्रयास भी शामिल हैं।
–आईएएनएस
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