दिल्ली में साँस लेना हुआ मुश्किल AQI पहुंचा 286 के पार…

दिल्ली में साँस लेना हुआ मुश्किल AQI पहुंचा 286 के पार…

दिल्ली में गुलाबी ठंड के दस्तक देते ही जहरीली हवा भी रफ्तार पकड़ते नजर आ रही हैं बता दें ये जहरीली हवा मई के बाद पहली बार रविवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब हो गयी थी. उसकी मुख्य वजह तापमान में गिरावट और हवा की रफ्तार है, जिसके कारण प्रदूषक जमा हो गये. वही दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के विश्लेषण के अनुसार, एक नवंबर से 15 नवंबर तक राजधानी में प्रदूषण शीर्ष पर पहुंच जाता है वही जब पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाएं शिखर पर पहुंच जाती हैं.

बताया जा रहा है कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में मौजूदा, सर्वाधिक प्रदूषित 13 स्थानों के अलावा आठ और ऐसे स्थानों की पहचान की है. प्रदूषण के स्रोतों की जांच के लिए वहां विशेष टीम तैनात की जाएंगी. राय ने कहा कि सरकार ने शहर में धूल प्रदूषण को रोकने के लिए रासायनिक पाउडर का उपयोग करने का भी निर्णय लिया गया है

दिल्ली में अगले दो से तीन दिन खराब रहेगी हवा

बताया जा रहा है कि दिल्ली के लिए केंद्र की एयर क्वालिटी अर्ली वॉर्निंग सिस्टम के मुताबिक, शहर की वायु गुणवत्ता अगले दो से तीन दिनों में ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ श्रेणियों के बीच रहने वाली है. वही शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है

काम नहीं कर रहे स्मॉग टावर

आपको बता दें दिल्ली के कनॉट प्लेस में लगे स्मॉग टावर में 14 लोगों की टीम थी जिसमें  इंजीनियर्स, ऑपरेटर्स और हेल्पर थे. इन्हें सात महीने पहले ही हटा लिया गया है. वही 20 अक्टूबर को इसका टेंडर खतम होगा जिसके बाद इसको 25 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है. जानकारी के अनुसार आलम ये है की अब इस टावर के न पंखे चल रहे हैं, न ही प्रदूषण का स्तर बताने वाली स्क्रीन चल रही है. वही इस स्मॉग टावर में 40 पंखे हैं, जो ऊपर से हवा खींच कर, उसे साफ कर नीचे से बाहर छोड़ते थे

आपको बता दें दिल्ली के जहरीली हवा को रोकने के लिए तमाम अलग –अलग अभियान चलाया जा रहा हैं ”वही दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के खिलाफ ग्रीन वॉर रूम शुरू किया है. इसके साथ ही एंटी-डस्ट अभियान चलाया गया है, जिसमें धूल से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा बायो-डी -पराली जलाने से रोकने के लिए 5000 एकड़ में कंपोजर का छिड़काव किया जा रहा है

इसके अलावा, पर्यावरण मंत्री ने यह भी घोषणा की कि 28 और 30 अक्टूबर को बाराखंभा और चंदगी राम अखाड़ा चौराहों पर और 2 नवंबर को सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान शुरू किया जाएगा. इसके बाद 3 नवंबर को 2,000 इको क्लबों के माध्यम से स्कूलों में बच्चों के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया.

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