इजरायल ने 7 अक्टूबर से गाजा पर 1,00,000 बमों, रॉकेटों से हमला किया


गाजा, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। गाजा में हमास-नियंत्रित सरकार के मीडिया कार्यालय (जीएमओ) ने कहा कि 7 अक्टूबर से जारी युद्ध के बाद से इजरायल ने घिरे इलाके पर लगभग 1,00,000 बमों और रॉकेटों से हमला किया है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, जीएमओ के निदेशक इस्माइल अल-थवाबतेह ने शनिवार रात बताया कि कुछ बमों का वजन 2,000 पाउंड था, जो नागरिकों को निशाना बनाने के लिए जानबूझकर और क्रूर इरादे से बनाए गए थे।

इजरायल के हमलों के कारण फिलीस्तीन लोगों की मौत का आंकड़ा शनिवार दोपहर तक 15,207 हो गया है। वहीं, लापता लोगों की संख्या 7,500 से अधिक हो गई है, जो या तो मलबे में फंसे हुए हैं या अज्ञात हैं। जबकि घायलों की संख्या 40,650 पहुंच गई है।

इस्माइल अल-थवाबतेह ने मानवीय सहायता के प्रवेश को रोकने वाली प्रतिबंधात्मक नीतियों की निंदा की। उन्होंने घातक संघर्ष से जो भी बचाया जा सकता है उसे बचाने के लिए वास्तविक सहायता, आपूर्ति और 1 मिलियन लीटर ईंधन ले जाने वाले एक हजार ट्रकों के दैनिक प्रवेश का आह्वान किया।

इसके अलावा मलबे के नीचे दबी सैकड़ों लाशों को निकालने के लिए राहत के लिए सैकड़ों उपकरण और मशीनरी, आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों और नागरिक सुरक्षा के प्रवेश का आग्रह किया। बमबारी और सैकड़ों हजारों घरों, स्कूलों, अस्पतालों, सड़कों और महत्वपूर्ण सुविधाओं के विनाश के कारण मलबे को साफ करने के लिए ये आवश्यक हैं।”

बता दें कि इजरायल और गाजा के बीच अस्थायी संघर्ष विराम समाप्त होने के बाद 1 दिसंबर को गाजा में लड़ाई फिर से शुरू हो गई है। दोनों युद्धरत पक्षों ने एक-दूसरे को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।

इजरायली सेना ने कहा कि उसने पहले दिन हमास के 400 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया। गाजा में हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 1 से 3 दिसंबर के बीच कम से कम 193 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 652 घायल हुए हैं।

संघर्ष विराम के तहत 24 से 30 नवंबर के बीच कुल 104 बंधकों (80 इजरायली, 24 विदेशी) और 240 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया गया। इज़रायली सूत्रों के अनुसार, अनुमान है कि गाजा में लगभग 133 लोग बंदी हैं, जिनमें इज़रायली और विदेशी नागरिक शामिल हैं।

–आईएएनएस

एफजेड/एबीएम


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