दुबई में एयर इंडिया ए320 विमान की 'हार्ड लैंडिंग' के गंभीर मामले की जांच शुरू

दुबई में एयर इंडिया ए320 विमान की 'हार्ड लैंडिंग' के गंभीर मामले की जांच शुरू

नई दिल्ली, 1 जनवरी (आईएएनएस)। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) 20 दिसंबर को कोचीन से दुबई की उड़ान के दौरान एयर इंडिया एयरबस ए320नियो (वीटी-सीआईक्यू) की “हार्ड लैंडिंग” के गंभीर मामले की जांच कर रहा है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

सौभाग्य से, 5.5 साल पुराने विमान, जिसने 3.5 जी की रिकॉर्ड शक्ति के साथ भारी लैंडिंग की, को कोई स्पष्ट संरचनात्मक क्षति नहीं हुई।

यह घटना तब घटी, जब पदनाम एआई 933 के तहत संचालित होने वाली उड़ान दुबई में उतरी।

एयरबस ए320नियो, एक अपेक्षाकृत नया विमान, सुरक्षित रूप से रुकने में कामयाब रहा, जिससे उसमें सवार यात्रियों और चालक दल को कोई चोट नहीं आई।

उड़ान ट्रैकिंग वेबसाइटों से पता चला कि विमान 27 दिसंबर को मुंबई के लिए अपनी अगली उड़ान के लिए निर्धारित था, लेकिन तब से हवाई उड़ान नहीं भर सका है।

घटना की जांच शुरू हो गई है, मगर जमीनी हालात के कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हुए हैं।

अधिकारियों के मुताबिक, जांच का नतीजा आने तक हार्ड लैंडिंग के लिए जिम्मेदार पायलट को उड़ान ड्यूटी से हटा दिया गया है।

एयर इंडिया ने घटना के आसपास की परिस्थितियों की गहन जांच सुनिश्चित करने के लिए मानक प्रक्रिया के हिस्से के रूप में यह एहतियाती कदम उठाया है।

घटना के बाद विमान पूरे एक सप्ताह तक दुबई में खड़ा रहा। इस अवधि के दौरान किसी भी संभावित क्षति की सीमा निर्धारित करने के लिए इसकी व्यापक जांच और मूल्यांकन किया गया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि विमान सेवा में लौटने की अनुमति देने से पहले सभी सुरक्षा मानकों को पूरा करता है, स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार सुरक्षा जांच की गई।

सप्ताह भर की जांच के बाद एयरबस ए320नियो को उड़ान के लिए मंजूरी दे दी गई और मुंबई में एयर इंडिया के इंजीनियरिंग बेस पर वापस भेज दिया गया। उड़ान ट्रैकिंग डेटा से संकेत मिलता है कि विमान ने 27 दिसंबर को 10,000 फीट से नीचे की ऊंचाई पर मुंबई उड़ान संचालित की, जो एक बिना दबाव वाली नौका का सुझाव देता है।

एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा, “डीजीसीए मानदंडों के अनुसार, एक जांच पहले ही शुरू की जा चुकी है। पायलट को विमान उड़ाने के लिए उचित रूप से प्रशिक्षित और लाइसेंस प्राप्त था। मानदंडों के अनुसार पूछताछ की प्रक्रिया जारी रहने तक उसे हटा दिया गया है।”

–आईएएनएस

एसजीके

E-Magazine