इन्फ्रास्ट्रक्चर भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में निर्णायक भूमिका निभाएगा : अजय टम्टा


नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने शुक्रवार को आईआईटी दिल्ली, स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, दिल्ली और उद्योग भागीदारों के विशेषज्ञों के साथ बैठक में कहा कि भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर का भविष्य इनोवेशन आधारित, सुरक्षित और संवेदनशील सड़क योजना में निहित है।

उन्होंने रिएक्टिव कंस्ट्रक्शन से हटकर सक्रिय, इनोवेशन-आधारित नियोजन की ओर बदलाव पर चर्चा की।

केंद्रीय टम्टा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ विजन के तहत, इन्फ्रास्ट्रक्चर भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में निर्णायक भूमिका निभाएगा।

उन्होंने कहा, “मंत्रालय सिर्फ सड़कें ही नहीं बना रहा है, बल्कि ऐसे गलियारे भी तैयार कर रहा है जो औद्योगिक विकास, शहरी विस्तार, डिजिटल कनेक्टिविटी और नागरिक कल्याण के इंजन के रूप में काम करेंगे।”

केंद्रीय राज्य मंत्री टम्टा ने आईआईटी दिल्ली और एसपीए दिल्ली के संकाय और नवप्रवर्तकों के साथ बातचीत की और कहा कि इनोवेशन न केवल सुरक्षा में सुधार करते हैं, बल्कि सड़क परियोजनाओं में भूमि अधिग्रहण चुनौतियों, शहरी यातायात भीड़, अंतिम मील की खराब कनेक्टिविटी और लागत में वृद्धि जैसी पुरानी समस्याओं से भी निपटते हैं।

केंद्रीय मंत्री ने पश्चिमी देशों से नकल करने के बजाय स्वदेशी डिजाइन मॉडल अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। भारत की अनूठी भौगोलिक स्थिति, जलवायु, व्यवहार पैटर्न और जनसंख्या घनत्व के कारण एकीकृत सुरक्षा क्षेत्र, मोबिलिटी हब्स और मिश्रित उपयोग वाले सड़क गलियारे सहित अनुकूलित समाधान की आवश्यकता है।

इस कार्यक्रम में न केवल सड़क सुरक्षा समाधान प्रदर्शित किए गए, बल्कि एडवांस टेक्नोलॉजी, एडवांस प्लानिंग फ्रेमवर्क और कम लागत वाले, उच्च प्रभाव वाले डिजाइनों को भी प्रदर्शित किया गया, जो भारत में सड़कों की परिकल्पना और निर्माण के तरीके को बदल सकते हैं।

केंद्रीय राज्य मंत्री टम्टा ने एक ऐसे शासन मॉडल की वकालत की, जिसमें डीपीआर तैयार करने से पहले भौतिक योजनाओं को आमंत्रित किया जाता है और पारदर्शी तरीके से उनका मूल्यांकन किया जाता है, जिससे कार्यान्वयन के लिए एक स्पष्ट मार्ग मिल सके।

उन्होंने दोहराया कि इनोवेशन सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की भविष्य की योजना रणनीति की आधारशिला होनी चाहिए।

–आईएएनएस

एबीएस/


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